श्योपुर। आदिमजाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एलआर मीणा और कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल के निजी पीए सियाराम मीणा के बीच रिश्वत का एक ऑडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. ऑडियों सामने आने के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है.
वायरल ऑडियों में सहायक आयुक्त एलआर मीणा विधायक बाबू लाल जंडेल और उनके भाई हंसराज मीणा पर हर महीने पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप लगा रहे हैं. वायरल ऑडियो में सहायक आयुक्त कह रहे है कि विधायक से पीआर दोहरे से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेने की बात हुई थी. उन्होंने पांच लाख रुपए की रिश्वत ले भी ली है. निलंबित सहायक आयुक्त विधायक और उनके भाई को रावत मीणा समाज के नाम पर कलंक बताते हुए कह रहे है कि विधायक अपने समाज के व्यक्ति को यानि उनका ट्रांसफर करवाने के पीछे क्यों लगे हैं. पूरे श्योपुर को बेचने के लिए खडे़ हैं. अगर ऐसा हुआ तो वह कॉन्फ्रेंस बुलाकर मामले को सार्वजनिक कर देंगे.
कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल के निजी पीए सियाराम मीणा ने ऑडियो के सही होने की बात स्वीकार करते हुए बताया कि यह ऑडियो करीब एक महीने पुराना है. सहायक आयुक्त ने कई घोटाले किए हैं वहीं जब उनके खिलाफ कार्रवाई शुरु हुई तो उन्होंने बौखलाकर इतना सब कह दिया.
मामले में पीए सियाराम मीणा ने सफाई देते हुए कहा कि अगर वह किसी भी रिश्वत मामले में लिप्त पाए गए तो वह सभी जिम्मेवारियों से हमेशा के लिए इस्तीफा दे देंगे. पीए ने कहा कि सहायक आयुक्त विधायक पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं और यदि सहायक आयुक्त के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो सभी एससी-एसटी संगठनों से कार्रवाई करने का अनुरोध करेंगे.
बता दें कि विधायक बाबू लाल जंडेल और निलंबित सहायक आयुक्त एलआर मीणा के बीच किसी बात को लेकर कुछ कहासुनी हो गई थी. इसके बाद विधायक बाबू लाल जंडेल ने मीडिया कर्मियों को बयान देकर सहायक आयुक्त एलआर मीणा पर 50 से 60 हजार रुपए रिश्वत लेकर ट्रांसफर करने और भृष्टाचार करने के आरोप लगाए थे.
विधायक ने सहायक आयुक्त के घोटालों की सीडी उनके पास होने का दावा करते हुए कार्रवाई करने की मांग की थी. वहीं विधायक के बयान पर पलटवार करते हुए सहायक आयुक्त एलआर मीणा ने भी विधायक बाबू लाल जंडेल और उनके भाई हंसराज मीणा पर भृष्टाचार करने और दवाब बनाकर गलत काम करवाने के आरोप लगाए थे. जिसके 10 दिन बाद आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने सहायक आयुक्त को निलंबित कर दिया था. वहीं सहायक आयुक्त और कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल के निजी पीए का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो की ईटीवी भारत पुष्टि नहीं करता है.