शाजापुर। शाजापुर जिले के कमांड क्षेत्र में बुआई का दौर जल्द ही शुरू हो जाएगा. अब चीलर डैम का पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिए जाने की शुरुआत की जा रही है. इसके लिए पहले दिवाली के बाद नहरों से पानी दिए जाने की प्लानिंग थी, लेकिन किसानों की मांग बढ़ी तो पहले चरण में छोटी नहर से पानी दिया जाने का फैसला किया गया है और फिर बाद में बड़ी नहरों से भी पानी दिया जाएगा. दोनों नहरों के जरिए करीब 47 गांवों के 4 हजार 500 किसानों को लाभ मिलेगा.
फिलहाल जिले के डैम और तालाब लबालब पानी से भरे हुए हैं. पानी की भरपूर उपलब्धता के कारण किसान भी रबी फसलों के बेहतर उत्पादन के प्रति आशान्वित हैं. इस बार दो लाख 54 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना सहित कई रबी फसलों की बुआई होनी है. जिले में बुआई का काम तेजी से चल रहा है. हालांकि, आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बुआई अभी शुरू नहीं हुई है.
दिपावली से पहले पानी छोड़ने की मांग
कमांड क्षेत्र में डैम और नहरों के जरिए ही सिंचाई होती हैं. नहरों के जरिए पानी मिलते ही बुआई का काम शुरू होता है. चीलर डैम इस बार अपनी पूर्ण क्षमता, यानि 23 फीट भरा हुआ है. इसके चलते किसानों को रबी फसलों के लिए पानी भरपूर मिलना है. चीलर डैम से दो नहरें जुड़ी हुई हैं. डैम और दोनों नहरों के जरिए 47 से ज्यादा गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है. पहले किसानों ने ही दिवाली के बाद नहरों को शुरू करने की मांग थी, लेकिन मौसम को देखते हुए अब ज्यादातर किसानों ने दिवाली से पहले ही नहरों से पानी की मांग की है. किसानों की मांग को देखते हुए जलसंसाधन विभाग के SDO आरसी गुर्जर सहित टीम ने डैम पहुंचकर छोटी नहर से पानी छोड़ दिया है. यह पानी बारी-बारी से किसानों को दिया जाएगा.
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बड़ी नहर की चल रही सफाई
चीलर डैम से निकली बड़ी नहर की वर्तमान में साफ-सफाई चल रही है. नहर में कूड़ा-करकट और खरपतवार है. ऐसे में पानी छोड़े जाने से पहले इनकी सफाई काफी जरूरी है. पानी छोड़े जाने से पहले नहरों की साफ-सफाई का काम किया जा रहा है. स्टेशन रोड के पास जेसीबी से सफाई का काम किया गया. नहर की सफाई के दौरान खरपतवार, कूड़ा करकट और गाद निकल जाने के बाद पानी का फ्लो बेहतर रहेगा, जिससे पानी सभी किसानों को समय सीमा में मिलता रहेगा.