शाजापुर। कलेक्टर की जनसुनवाई के दौरान एक महिला अपने लापता बेटे की गुमशुदगी आवेदन देने आई. आवेदन देते समय महिला फूट-फूटकर रोने लगी. कलेक्टर दिनेश जैन को रोकर अपनी पीड़ा सुनाने लगी. महिला का 16 साल का बेटा पिछले दिनों गुम हो गया था. पुलिस ने बेटे के गुम होने की रिपोर्ट तो लिख ली, लेकिन उसे ठुंठने में कोई रुची नहीं दिखाई.
- 12 दिसंबर को हुआ था लापता
दरअसल महिला मोहन बड़ोदिया की रहने वाली है. महिला का कहना है 12वीं कक्षा में पढऩे वाला उसका 16 वर्षीय बेटा कृष्णराज हर रोज की तरह बीते 12 दिसंबर को कोचिंग के लिए घर से निकला था. लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटा. काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल पाया तो मोहन बड़ोदिया थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. लेकिन अब तक तक उसका पता नहीं चल पाया है. पुलिस भी इसकी सुनवाई नहीं कर रही है. वही इस मामले में गुमशुदा युवक के प्रेम प्रसंग के कारण घर छोडने की बात भी सामने आ रही है. वहीं महिला का कहना है कि उसके बेटे का प्रेम प्रसंग का कोई मामला नहीं है, अपने बेटे की तलाश की आस में महिला कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंची.
कलेक्टर की कार के सामने धरने पर बैठी छात्रा
- पुलिस पर लगाए आरोप
कलेक्टर जन सुनवाई में पहुंची महिला ने कलेक्टर दिनेश जैन को बताया कि उसका पुत्र कृष्णराज 12 दिसंबर से लापता है, इसकी शिकायत मोहन बड़ोदिया पुलिस से की गई. तभी से महिला रोजाना मोहन बड़ोदिया पुलिस थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस द्वारा न तो कोई संतोषप्रद जबाव दिया जा रहा है और न ही युवक की तलाश की जा रही है.