शाजापुर। जिले के दुपाड़ा गांव में दो साल पहले सोसायटी के खाते में आई फसल बीमा की राशि किसानों को वितरित नहीं की गई है. इस बात की जानकारी जब किसानों को लगी तो उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले की शिकायत की.
21 जुलाई यानि मंगलवार को सोसायटी पर पहुंचकर प्रबंधक के खिलाफ किसानों ने आक्रोश व्यक्त किया. सोसायटी पर गबन का आरोप लगाया गया. वहीं धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के लिए पुलिस को भी इस मामले की शिकायत की गई.
वर्ष 2017 में पाले से जली आलू की फसल की बीमा राशि 2018 को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की दुपाड़ा शाखा के खाते में पहुंच गई थी. दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी किसानों को उक्त फसल की बीमा राशि का भुगतान नहीं हुआ.
ऐसे में इसी माह यानि 10 जुलाई को किसानों ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की मुख्य शाखा पर पहुंचे, जहां पता लगा कि दुपाड़ा सोसायटी के अंतर्गत 51 किसानों की कुल 7 लाख 21 हजार 35 रुपए की राशि 8 मार्च 2018 दुपाड़ा शाखा के खाते में पहुंचा दी गई थी. किसानों ने यहां से प्रत्येक किसान की नाम अनुसार सूची निकाली है.
किसानों ने बताया कि दुपाड़ा सोसायटी के कर्मचारी रघुनंदन पाठक, अब्दुल जलील मेव और प्रमोद से कई बार बीमा राशि के बारे में जानकारी ली गई, लेकिन हर बार इन्होंने राशि होने की जानकारी नहीं दी.
सोसायटी पर पहुंचकर जताया आक्रोश
जिला मुख्यालय की शाखा से जानकारी मिलने के बाद किसानों को पता लगा कि उनके खाते में दो साल बाद भी राशि नहीं पहुंची है. ऐसे में किसानों ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की मुख्य शाखा में संबंधित सोसायटी की शिकायत दर्ज कराई. इसके साथ ही मामले में दुपाड़ा चौकी पर आवेदन देकर बीमा राशि गबन करने का आरोप लगाया. मंगलवार को किसान दुपाड़ा में स्थित सोसायटी पर भी पहुंचे, जहां संस्था के कर्मचारियों से बीमा राशि नहीं मिलने का कारण पूछा गया.
दुपाड़ा सोसायटी के किसानों ने फसल बीमा की राशि नहीं मिलने संबंधी शिकायत की है. इस मामले में जांच के लिए जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की सोमवारिया शाखा के प्रबंधक को जांच के लिए कहा गया है.