शाजापुर। जिले के मोहन बड़ोदिया में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां संदिग्ध तरीके से एक दिन की नवजात बच्ची की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई. दरअसल पहले बच्ची पर धारदार हथियार से हमला किया गया और उसे छोड़ दिया गया. लापता बच्ची मामा और नानी को गंभीर रूप से घायल हालत में मिली. उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. इस नवजात की हत्या किसने की, ये अभी भी पहेली बनी हुई है. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला
देहरीपाल की रहने वाली मंजू बाई को 11-12 तारीख की दरम्यानी रात प्रसव पीड़ा होने पर मोहन बड़ोदिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया. जहां मंजू बाई ने एक बच्ची को जन्म दिया, जो पूरी तरह स्वस्थ्य थी. लेकिन मंजू बाई को ब्लीडिंग होने के चलते 1 बजे के करीब उन्हें शाजापुर के जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया. जहां रात को उपचार के बाद दूसरे दिन सुबह साढ़े दस बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया, लेकिन नवजात बच्ची मां के साथ अस्पताल नहीं पहुंची.
कहानी में आया नया मोड़
कहानी में फिर मोड़ आता है, जब दोपहर 3:30 बजे के लगभग नवजात के मामा और नानी उसे घायल अवस्था में लेकर जिला चिकित्सालय में आते हैं. जिसके बाद नवजात को एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया. जहां नवजात की हालत गंभीर होने के चलते उसे इंदौर रेफर कर दिया गया. यहां एमवाय अस्पताल में इलाज के दौरान 2 दिन की नवजात की मौत हो गई.
परिजनों पर शक की सुई
इस पूरे मामले में पुलिस से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला चिकित्सालय शाजापुर के डॉक्टर और नर्सों से बात करने पर शक की सुई परिजनों पर ही अटकी है. जानकारी के मुताबिक मंजू बाई का पति राय सिंह 6 महीने से बाहर था, जो पिता की मौत होने पर गांव आया हुआ था. वहीं मंजू बाई के गर्भवती होने पर उसे 3 महीने पहले ही उसके मायके भेज दिया था.
जांच में जुटी पुलिस
इधर बच्ची के मामा और नानी बच्ची के घायल होने का सही कारण नहीं बता पाए, जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई. जिस पर पुलिस ने धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.