शहडोल। नए साल की शुरुआत होने जा रही है. साल की शुरुआत हर कोई बहुत ही सुखद करना चाहता है. इसके लिए कई लोग मंदिरों में भगवान के दर्शन करके अपने साल की शुरुआत करते हैं, तो कई लोग अलग-अलग प्रक्रिया अपनाकर अपने नए साल को सुखद बनाने की कोशिश करते हैं. ऐसे में ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने बताया कि अलग-अलग राशियों के हिसाब से किस तरह से नए साल की शुरुआत करें. नया साल किस राशि के लिए बहुत ही लाभप्रद होगा. किस राशि के जातक किस भगवान को आराध्य बनाकर पूजा करें, नए साल में कौन सी राशि वाले थोड़े सावधान रहें और किन समाधानों को अपनाएं, ताकि उनके लिए भी यह साल सुखद हो जाएगा.
जानिए कैसा होगा नया साल
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि एक जनवरी से नया साल प्रारंभ हो रहा है. एक जनवरी से पहले ग्रहों का चुनाव होता है. उसमें मंगल को राजा बनाया गया है. मंगल को मंत्री बनाया गया है और धान्येश गुरु हैं, तो मंगल राजा और मंत्री एक साथ दोनों पद मिलने से धन-धान्य से पृथ्वी परिपूर्ण रहेगी, जो राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया जाएगा वो स्थायी होगा. सुचारू रूप से शासन व्यवस्था चलेगी.
मेष राशि: मेष राशि का स्वामी मंगल होता है, जो राजा है. मेष राशि वालों को एक तो हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. मेष राशि वालों के लिए शनि की साढ़े साती अढैय्या नहीं रहेगी. इनका मंगलमय समय रहेगा. कोई भी उपयोगी धंधा, नौकरी, व्यवसाय करें- उनके लिए सर्वोच्च समय रहेगा.
वृषभ राशि: वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है. वर्तमान में शुक्र भाग्येश घर को देख रहा है, जो 1 जनवरी से 1 अप्रैल तक दिखेगा तो शुक्र भी जातक के लिए बहुत उत्तम रहेगा. इस राशि वाले वर्तमान में सूर्य भगवान की पूजन करें. सूर्य भगवान को जल चढ़ाएं उनकी आराधना करें या लाल फूल चढ़ाएं, तो उनका समय 1 अप्रैल तक उत्तम रहेगा. धन-धान्य से परिपूर्ण रहेंगे, किसी तरह की आधी व्याधि दुर्घटना और छोटी मोटी घटना नहीं होगी. सुखमय जीवन गुजरेगा सुखमय समय रहेगा.
मिथुन राशि: मिथुन राशि का स्वामी बुध है. बुध और बुध भाग्येश घर, लग्नेश घर और जलाधि घर को देख रहा है. बुध भी जातक के लिए उत्तम रहेगा, जिनकी मिथुन राशि है. ऐसे राशि के जातक वाले लोग गणेश जी की पूजन करें. हरी मूंग की दाल चढ़ाएं, तो इनके लिए समय उत्तम रहेगा. कोई भी घटना दुर्घटना नहीं होगी कोई भी व्यवसाय करें. कोई भी नौकरी करें, मिथुन राशि वालों के लिए सर्वोत्तम रहेगा. व्यापार में तो इस राशि के जातकों को दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की मिलेगी. स्वस्थ रहेंगे धन-धान्य से भरे रहेंगे.
कर्क राशि: कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है. चंद्रमा वर्तमान में सहायक सचिव का काम कर रहा है. तो चंद्रमा का अस्तित्व होने के कारण कर्क राशि वालों के लिए सुखद समय रहेगा. किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी, सावधानी रखें. कोई भी गलत कार्य न करें, नहीं तो मुकदमा चलने की संभावना है. अदालत पेशी में फंसने की सम्भवना है. ऐसे जातक थोड़ा सावधानी रखें, बाकी धन धान्य से परिपूर्ण रहेंगे, स्वस्थ रहेंगे और गणेश जी की आराधना करते रहें.
सिंह राशि: सिंह राशि का स्वामी सूर्य है. सूर्य सिंह राशि वालों के लिए सर्वोत्तम ग्रह माना गया है. उसका स्वामी भी है, ऐसे जातक किराना का व्यापार करें या कपड़े का व्यापार करें या रंग-बिरंगे जैसे बिजली तार आदि का काम करें. ऐसे व्यवसाय वालों के लिए सर्वोत्तम समय रहेगा. सिंह राशि वाले जितने भी नौकरी पेशा वाले जातक हैं. वह स्वस्थ रहकर अच्छे से नौकरी करेंगे. धन की कमी नहीं रहेगी. आगे का समय भी उत्तम रहेगा. सिंह राशि वाले जितने भी जातक है. यह भी सूर्य भगवान और विष्णु भगवान का पूजन करें हमेशा पीला फूल. पीले चने की दाल चढ़ाएं या कपड़ा जैसे कि रुमाल होता है, उसका दान करें तो इनका भी समय उत्तम रहेगा. धन-धान्य से परिपूर्ण रहेंगे.
कन्या राशि: कन्या राशि का स्वामी बुध है. बुद्धि इस समय अष्टम भाव में बैठकर के जातक को सुखद समय देगा. ऐसे जातक गणेश जी की पूजन करें. साथ में अगर व्यवस्था बन जाए तो मां दुर्गा की भी पूजा करें. गणेश जी, दुर्गा जी की पूजन करने से उनके पूरे परिवार को लाभ मिलेगा. धन-धान्य से परिपूर्ण रहेंगे घर में खुशियां रहेंगी. उनके घर में कोई भी घटना दुर्घटना बीमारी आदि नहीं आ पाएगी.
तुला राशि: तुला राशि का स्वामी शुक्र है. शुक्र जो है, लग्नेश भाव में बैठकर के आठवें घर को और नौवें घर को देख रहा है. ऐसे जातक विशेष ध्यान रखें सुबह उठते ही पृथ्वी पर हाथ लगाएं. मां दुर्गा की पूजन करें. उनकी अर्चन करें या दर्शन लाभ लें. लाल फूल चढ़ाएं. ऐसा करने वाले जातक हमेशा सुख समृद्धि से रहेंगे. किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी. अगर लोहे का धंधा करते हैं, तो नुकसान उठाना पड़ सकता है. शनि वक्री होकर तुला राशि को देखेगा, लोहा से संबंधित कार्य करने वाले जातक थोड़ा सावधानी रखेंगे. सावधानी रखना है कि शनि देव का भी पूजन करेंगे. शनि के लिए जैसे कि उड़द की दाल है. काला फूल है. काला फूल के अलावा काला कपड़ा दान करें या किसी गरीब को तिल का तेल दान करें तो ऐसे जातकों का समय उत्तम रहेगा.
वृश्चिक राशि। वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है और मंगल ग्रह इस समय राजा और मंत्री हैं. ऐसे में वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए सुनहरा समय है. ऐसे जातक व्यवसाय या नौकरी करें, तो कोई कार्ययोजना सोचे तो इनके लिए बहुत उत्तम लाभ होगा. धन-धान्य से परिपूर्ण होंगे. ऐसे जातक हनुमान जी की पूजन करें. उनके ऊपर शनिवार और मंगलवार को सिंदूर चढ़ाएं या दान करें या फिर पीला लड्डू चढ़ाएं. लाल फूल चढ़ाएं, तो उनके लिए समय बढ़िया रहेगा और सुख समृद्धि बनी रहे.
धनु राशि। धनु राशि का स्वामी गुरु है और गुरु वर्तमान में 1 जनवरी से लेकर के 1 अप्रैल के बीच में धान्येश भाव में बैठकर देख रहे हैं. ऐसे जातक के लिए गुरु बहुत प्रबल रहेगा. कोई काम करे नौकरी करें व्यवसाय करें या घर बनाने की योजना तैयार करें खरीदें जो भी ऐसा कार्य करें उनके लिए सर्वोत्तम रहेगा या वाहन खरीदे जो भी कार्य करें उनके लिए सर्वोत्तम रहेगा ऐसे जातक विष्णु भगवान और लक्ष्मी भगवान की पूजन करें. उनके ऊपर हमेशा लाल फूल चढ़ाते रहें. ऐसे जातक कभी-कभार गुरुवार को चने की दाल का दान भी करें तो इनका समय बेहतर बना रहेगा.
मकर राशि। मकर राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है ऐसे जातक विशेष ध्यान रखें शनि की पूजा करें पीपल में जल चढ़ाएं और शनिवार का व्रत करें, सायं काल के समय रोटी खिचड़ी बनाकर भगवान को भोग लगाकर उनका पान करें और उसको प्रसाद के रूप में ग्रहण करें ऐसे जातक वर्तमान में लोहा का व्यापार न करें और रंग-बिरंगे अनाज है . किराना है या कपड़े का व्यवसाय है इन्हें करे तो इनका भी समय सर्वोत्तम रहेगा.
कुंभ राशि। कुंभ राशि का स्वामी शनि है. कुंभ राशि में भी 1 जनवरी से शनि की ढैय्या शुरू हो रही है ऐसे जातक विशेष ध्यान रखें कि शनि की आराधना करें साथ में हनुमान जी का दर्शन करें उनके ऊपर जल चढ़ाएं या सिंदूर का दान करें. ऐसे जातकों के लिए भी शनि लाभप्रद रहेंगे वर्तमान में मंगल की दृष्टि भी रहेगी. कोई घटना दुर्घटना ऐसा कुछ भी नहीं होगा. पूरा परिवार खुशहाल रहेगा. शनिदेव और हनुमान जी की पूजा करें.
मीन राशि। मीन राशि का स्वामी गुरु है. यानी धनु राशि और मीन राशि में गुरु धान्येश होकर के बहुत बलवान हैं. ऐसे जातक विष्णु भगवान की पूजन करें विष्णु लक्ष्मी की पूजन करें. साथ में पीला फूल किसी को दान करें या विष्णु भगवान को चढ़ाएं सर्वोत्तम सावधानी रखना कि हर गुरुवार को पीला फूल विष्णु भगवान को चढ़ाएं तो पूरा परिवार खुशहाल रहेगा. कोई घटना दुर्घटना नहीं होगी. एक अप्रैल तक सुरक्षित रह कर पूरे परिवार की सुरक्षा करेंगे और सावधान रहेंगे.