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मौसम बदलते ही बदलने लगी किसानों की दशा, फसल चौपट होते ही चेहरे पर छायी मायूसी

मौसम के रूख बदलते ही शहडोल के ग्रामीणों पर मायुसी छा गई. देर रात आई बारिश और तुफान की वजह से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. यह बदलता मौसम फसलों के लिए आफत साबित हो रहा है.जिन किसानों ने फसल नहीं काटे हैं, उन्हें कृषि वैज्ञानिक कुछ दिन तक कटाई रोकने की सलाह दे रहे हैं.

मौसम बदलते ही बदलने लगी किसानों की दशा
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Published : Mar 16, 2019, 12:10 PM IST

शहडोल। मौसम ने रुख क्या बदला लोगों के चेहरे पर बेरुखी छा गयी, तेज बारिश, तूफान और सर्द हवाओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है क्योंकि फसल अब पककर तैयार होने वाली है और बदलता मौसम फसलों के लिए आफत साबित हो रहा है. जिन किसानों ने फसल नहीं काटे हैं, उन्हें कृषि वैज्ञानिक कुछ दिन तक कटाई रोकने की सलाह दे रहे हैं.

Weather change, rain and storm damage caused by crops
मौसम बदलते ही बदलने लगी किसानों की दशा

गुरूवार रात अचानक से हुई तेज बारिश, तूफान और ठंड हवाओं की वजह से फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. किसानों ने कहा बारिश और तूफान की वजह से फसलें गिरने लगी हैं. कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक, इस बारिश से जो फसलें कट चुकी हैं, उनके नुकसान होने की संभावना ज्यादा है, जबकि खेतों में खड़ी फसलों में कम नुकसान की गुंजाइश है.

मौसम बदलते ही बदलने लगी किसानों की दशा

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह ने किसानों को सलाह देते हुए बताया कि इस मौसम से नुकसान तो हुआ है. किसान भाई मौसम को देखते हुए अभी फसल की कटाई कुछ दिन के लिए रोक दें. गेहूं में अभी ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है, थोड़ी बहुत गिरने की समस्या जरूर आई है. जबकि मसूर, चना के लिए नुकसान की स्थिति बनी हुई है. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि ये पश्चिमी विछोभ है, एक-दो दिन तक और बारिश की संभावना बताई जा रही है, आज भी बारिश हो सकती है.

शहडोल। मौसम ने रुख क्या बदला लोगों के चेहरे पर बेरुखी छा गयी, तेज बारिश, तूफान और सर्द हवाओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है क्योंकि फसल अब पककर तैयार होने वाली है और बदलता मौसम फसलों के लिए आफत साबित हो रहा है. जिन किसानों ने फसल नहीं काटे हैं, उन्हें कृषि वैज्ञानिक कुछ दिन तक कटाई रोकने की सलाह दे रहे हैं.

Weather change, rain and storm damage caused by crops
मौसम बदलते ही बदलने लगी किसानों की दशा

गुरूवार रात अचानक से हुई तेज बारिश, तूफान और ठंड हवाओं की वजह से फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. किसानों ने कहा बारिश और तूफान की वजह से फसलें गिरने लगी हैं. कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक, इस बारिश से जो फसलें कट चुकी हैं, उनके नुकसान होने की संभावना ज्यादा है, जबकि खेतों में खड़ी फसलों में कम नुकसान की गुंजाइश है.

मौसम बदलते ही बदलने लगी किसानों की दशा

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह ने किसानों को सलाह देते हुए बताया कि इस मौसम से नुकसान तो हुआ है. किसान भाई मौसम को देखते हुए अभी फसल की कटाई कुछ दिन के लिए रोक दें. गेहूं में अभी ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है, थोड़ी बहुत गिरने की समस्या जरूर आई है. जबकि मसूर, चना के लिए नुकसान की स्थिति बनी हुई है. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि ये पश्चिमी विछोभ है, एक-दो दिन तक और बारिश की संभावना बताई जा रही है, आज भी बारिश हो सकती है.

Intro:Note_ बाईट कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह की है।


मौसम ने बदली करवट, बारिश और तूफान से फसलों को नुकसान, जानिए आगे कैसा रहेगा मौसम ?

शहडोल- जिले में इन दिनों मौसम का हाल ऐसा है जो किसी को भी समझ नहीं आ रहा है कि आखिर हो क्या रहा है, मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है, गुरुवार रात में लपक गरज के साथ झमाझम बारिश हुई, बारिश के साथ तेज़ तूफान चली, जिससे मौसम एक बार फिर से ठंडा तो हो ही गया है, लेकिन इस बदले मौसम ने एक बार फिर से किसानों की मुश्किल बढ़ा दी है। क्योंकि फसल पकने के कगार पर है, और इस तरह से पानी और तूफान से फसलों का खासा नुकसान हो रहा है।


Body:किसानों ने कहा बारिश और तूफान से फसल गिरे

गुरुवार रात को हुई झमाझम बारिश और तूफान ने जहां सबकुछ अस्त व्यस्त तो किया ही साथ ही इस बारिश से फ़सलों के भी नुकसान की संभावना बढ़ गई है, क्योंकि तूफान और बारिश से कई किसानों ने फसलों के गिरने की समस्या की शिकायत की है।

कृषि वैज्ञानिक की किसानों को सलाह

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह के मुताबिक गुरुवार को 6 एमएम के करीब बारिश हुई है, फसलों के लिए नुकसान देय तो है ही खासकर जो फसलें पक गई हैं, मसूर, चना के लिए नुकसान की स्थिति है, ख़ासतौर पर जिन फसलों की कटाई हो गई है उनके नुकसान की संभावना ज्यादा है, इसलिए किसान भाई मौसम को देखते हुए अभी फ़सल की कटाई कुछ दिन के लिए रोक दें,। गेंहूँ में अभी ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है, गेंहू में थोड़ी बहुत गिर जाने की समस्या जरूर आई है।

कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि अपने यहां की मुख्य फसल महुआ है और इस बारिश और लपक गरज से उसको नुकसान जरूर हुआ है वो फ़सल अब कम होगी, साथ ही आम के लिए भी नुकसान देय है।

गुरूवार रात में जो बारिश हुई है उससे फसलों को नुकसान हुआ है लेकिन इतना नहीं कि वो पूरी तरह से नष्ट हो जाये।
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि ये पश्चिमी विछोभ है, एक दो दिन तक और बारिश की संभावना बताई जा रही है आज भी बारिश हो सकती है।


Conclusion:
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