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मिसालः अब 25 एकड़ जमीन का मालिक है भूमिहीन किसान, 30 लाख रूपए है एक साल की आय

राष्ट्रीय किसान दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने किसान शीतेश जीवन पटेल से बातचीत, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे भूमिहीन होकर भी आज वो 25 एकड़ जमीन के मालिक हो गए हैं और उनकी आमदनी भी साल में 30 से 32 लाख रूपए हो गयी है.

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किसान शीतेश जीवन पटेल
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Published : Dec 23, 2019, 7:05 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 8:03 PM IST

शहडोल। राष्ट्रीय किसान दिवस देश के किसानों को पूरी तरह समर्पित है. खेती से भले ही लोगों का मोह भंग हो रहा है, लेकिन तरीके से किया जाए तो आज भी खेती से लाभ होना लाजिमी है. इस मौके पर एक ऐसे किसान का जिक्र कर रहे हैं, जो कभी लीज की जमीन पर खेती करता था, लेकिन कड़ी मेहनत की वजह से आज उसके पास न केवल खुद की जमीन है, बल्कि खेती से लाखों रुपए कमा रहा है. कल्याणपुर के इस किसान का नाम है शीतेश जीवन पटेल. जो आज दूसरे किसानों के लिए मिसाल बन गए हैं. आसपास के सैकड़ों किसान इनसे खेती के गुर सीखने आते हैं.

खेती से लाखों की कमाई

पारंपरिक खेती से नहीं भर पाते बच्चों की फीस

किसान शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उनके पास पहले कुछ भी नहीं था, लीज की जमीन पर खेती करते थे और धा-गेहूं की फसल लगाते थे. उस समय आलम ये था कि वो अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पाते थे.

कृषि वैज्ञानिक की सलाह ने बदल दिया जीवन

शीतेश अपनी कहानी बताते हुए कहते हैं कि हताश निराश होकर वो एक दिन कृषि वैज्ञानिक मृगेंद्र सिंह के पास पहुंचे. जहां उन्हें कृषि वैज्ञानिक ने सब्जी की खेती करने की सलाह दी. जिसके बाद उन्होंने लीज पर जमीन लेकर आधे एकड़ में लौकी की खेती की. जिससे करीब साढ़े तीन लाख रुपये मिले. इसके बाद उन्होंने और अधिक जमीन लेकर टमाटर की खेती की. जिससे 22 से 23 लाख रुपये का फायदा हुआ.

25 एकड़ जमीन के हैं मालिक

लीज की जमीन पर खेती करके जो कमाई हुई, उससे जीवन पटेल ने पास के एक गांव झगरहा में करीब 5 एकड़ जमीन खरीदी. धीरे-धीरे ये सिलसिला बढ़ता गया और आज शीतेश के पास खुद की करीब 25 एकड़ जमीन है.

हैरान करने वाली सालाना इनकम

किसान की सालाना आय सुनकर हैरानी होगी. ये किसान सालाना करीब 30 से 32 लाख रुपए कमा लेता है. ये किसी आईआईटियन और प्रोफेसनल्स का पैकेज नहीं, बल्कि एक किसान की सालाना आय है. जिसने खेती को लाभ का धंधा बनाकर अन्य किसानों के सामने एक मिसाल पेश की है.

मुश्किलों में नहीं मानी हार

शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उन्हें खेती में सिर्फ लाभ ही हुआ है. कभी-कभी नुकसान भी होता है. इस साल उन्हें गोभी के खेती में करीब 15 से 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, अपनी गलतियों से सीखा और आगे की प्लानिंग में जुट गए.

कृषि विज्ञान केंद्र से लेते हैं सलाह

शीतेश खेती की नई तकनीक को जल्द ही अपना लेते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र से लगातार जुड़े रहते हैं और खेती में पैसे इन्वेस्ट करने से पीछे नहीं हटते हैं. पूरे खेत में ड्रिप सिस्टम से सिंचाई के साधन लगाए हैं. जिससे पानी की बचत भी होती है. इनके पास खेती के सभी आधुनिक संसाधन मौजूद हैं.

शीतेश दूसरे किसानों को लेकर कहते हैं कि वे उन्हें अक्सर मोटिवेट करते रहते हैं. साथ ही ये भी कहते हैं कि वो अपने जमीनें न तो बेचें और न ही गिरवी रखें. बल्कि उसमें आधुनिक खेती करें. सिर्फ धान-गेहूं की खेती तक ही सीमित न रहें. जहां दिक्कत हो कृषि वैज्ञानिकों की मदद लें. समझें और खेती करें. इससे वे किसान भी तरक्की कर सकेंगे, बस मेहनत और लगन की आवश्यकता है.

शहडोल। राष्ट्रीय किसान दिवस देश के किसानों को पूरी तरह समर्पित है. खेती से भले ही लोगों का मोह भंग हो रहा है, लेकिन तरीके से किया जाए तो आज भी खेती से लाभ होना लाजिमी है. इस मौके पर एक ऐसे किसान का जिक्र कर रहे हैं, जो कभी लीज की जमीन पर खेती करता था, लेकिन कड़ी मेहनत की वजह से आज उसके पास न केवल खुद की जमीन है, बल्कि खेती से लाखों रुपए कमा रहा है. कल्याणपुर के इस किसान का नाम है शीतेश जीवन पटेल. जो आज दूसरे किसानों के लिए मिसाल बन गए हैं. आसपास के सैकड़ों किसान इनसे खेती के गुर सीखने आते हैं.

खेती से लाखों की कमाई

पारंपरिक खेती से नहीं भर पाते बच्चों की फीस

किसान शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उनके पास पहले कुछ भी नहीं था, लीज की जमीन पर खेती करते थे और धा-गेहूं की फसल लगाते थे. उस समय आलम ये था कि वो अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पाते थे.

कृषि वैज्ञानिक की सलाह ने बदल दिया जीवन

शीतेश अपनी कहानी बताते हुए कहते हैं कि हताश निराश होकर वो एक दिन कृषि वैज्ञानिक मृगेंद्र सिंह के पास पहुंचे. जहां उन्हें कृषि वैज्ञानिक ने सब्जी की खेती करने की सलाह दी. जिसके बाद उन्होंने लीज पर जमीन लेकर आधे एकड़ में लौकी की खेती की. जिससे करीब साढ़े तीन लाख रुपये मिले. इसके बाद उन्होंने और अधिक जमीन लेकर टमाटर की खेती की. जिससे 22 से 23 लाख रुपये का फायदा हुआ.

25 एकड़ जमीन के हैं मालिक

लीज की जमीन पर खेती करके जो कमाई हुई, उससे जीवन पटेल ने पास के एक गांव झगरहा में करीब 5 एकड़ जमीन खरीदी. धीरे-धीरे ये सिलसिला बढ़ता गया और आज शीतेश के पास खुद की करीब 25 एकड़ जमीन है.

हैरान करने वाली सालाना इनकम

किसान की सालाना आय सुनकर हैरानी होगी. ये किसान सालाना करीब 30 से 32 लाख रुपए कमा लेता है. ये किसी आईआईटियन और प्रोफेसनल्स का पैकेज नहीं, बल्कि एक किसान की सालाना आय है. जिसने खेती को लाभ का धंधा बनाकर अन्य किसानों के सामने एक मिसाल पेश की है.

मुश्किलों में नहीं मानी हार

शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उन्हें खेती में सिर्फ लाभ ही हुआ है. कभी-कभी नुकसान भी होता है. इस साल उन्हें गोभी के खेती में करीब 15 से 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, अपनी गलतियों से सीखा और आगे की प्लानिंग में जुट गए.

कृषि विज्ञान केंद्र से लेते हैं सलाह

शीतेश खेती की नई तकनीक को जल्द ही अपना लेते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र से लगातार जुड़े रहते हैं और खेती में पैसे इन्वेस्ट करने से पीछे नहीं हटते हैं. पूरे खेत में ड्रिप सिस्टम से सिंचाई के साधन लगाए हैं. जिससे पानी की बचत भी होती है. इनके पास खेती के सभी आधुनिक संसाधन मौजूद हैं.

शीतेश दूसरे किसानों को लेकर कहते हैं कि वे उन्हें अक्सर मोटिवेट करते रहते हैं. साथ ही ये भी कहते हैं कि वो अपने जमीनें न तो बेचें और न ही गिरवी रखें. बल्कि उसमें आधुनिक खेती करें. सिर्फ धान-गेहूं की खेती तक ही सीमित न रहें. जहां दिक्कत हो कृषि वैज्ञानिकों की मदद लें. समझें और खेती करें. इससे वे किसान भी तरक्की कर सकेंगे, बस मेहनत और लगन की आवश्यकता है.

Intro:note_ इंटरव्यू किसान शीतेश जीवन पटेल का है।

किसान दिवस पर विशेष- कभी लीज की जमीन पर करता था खेती, आज करोड़ों का है मालिक, सब्जी की खेती से कमाते हैं लाखों

शहडोल- आज है किसान दिवस, और इस विशेष दिन हमने एक ऐसे किसान से बात की, जो कभी लीज की जमीन पर खेती करते थे, लेकिन आज करोड़ों के हैं मालिक, कई एकड़ जमीन के हैं मालिक, और सब्जी की खेती से ही लाखों रुपये की कमाई करते हैं, नाम है शीतेश जीवन पटेल जो रहने वाले खोढाल के है लेकिन करीब 25 साल से कल्याणपुर में रहते हैं।

किसान शीतेश जीवन पटेल आज दूसरे किसानों के लिए मिसाल बन रहे हैं, आसपास के किसान इनसे खेती के गुर सीखने आ रहे हैं।


Body:इसी को कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है, ऊपर वाला भले ही देर से सही लेकिन जब मेहनत का फल देता है तो छप्पर फाड़ के कुछ ऐसी ही कहानी है किसान शीतेश जीवन पटेल की।

किसान शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उनके पास पहले कुछ भी नहीं था, लीज की जमीन लेते थे और धान गेंहूं की फसल लेते थे, आलम ये था कि वो अपने बच्चों की फीस भी नहीं भर पाते थे।

शीतेश जीवन पटेल अपनी कहानी बताते हुए कहते हैं कि हताश निराश होकर वो एक दिन कृषि वैज्ञानिक मृगेंद्र सिंह के पास पहुंच गए, जहां उन्हें कृषि वैज्ञानिक मृगेंद्र सिंह ने सब्जी की खेती करने की सलाह दी, और लीज की ही जमीन लेकर उन्होंने आधे एकड़ में लौकी की खेती की और उससे उन्हें करीब साढ़े तीन लाख रुपये मिले, जिससे उत्साहित होकर उन्होंने लीज में और जमीन लिया और उसमें टमाटर की खेती की, जिससे 22 से 23 लाख रुपये मिले।

जिसके बाद बतौर किसान उनके तरक्की के सफर की शुरुआत हुई, उन्होंने अपने इसी सब्जी के फसल से कमाकर झगरहा गांव में 5 एकड़ जमीन ली।

कई एकड़ जमीन के हैं मालिक, लाखों करते हैं कमाई

झगरहा में 5 एकड़ खुद की जमीन खरीदकर बतौर किसान शीतेश जीवन पटेल ने जिस सफर की उन्होंने शुरुआत की थी, वो उसी झगरहा में 25 से 26 एकड़ जमीन तक पहुंच चुकी है।
शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि वो इसी सब्जी की खेती से खर्चा छोड़कर 30 से 32 लाख रुपए के करीब कमा लेते हैं। और लगातार खेती योग्य जमीन अभी खरीद भी रहे हैं।

कभी इनको भी लग जाता है नुकसान

किसान शीतेश जीवन पटेल अपने इस खेती से बहुत खुश हैं और उनका कहना है कि ऐसा नहीं है कि उन्हें फायदा ही फायदा मिलता है, कभी कभी नुकसान भी होता है और वो भी झेलना पड़ता है, किसान शीतेश जीवन पटेल कहते हैं कि इस साल उन्हें गोभी के खेती में करीब 15 से 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ और मेहनत अलग से लगा।

शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उन्होंने इस बार डायरेक्ट कंपनी से बीज मंगवाया था, लेकिन कंपनी ने जो उन्हें बीज दिया बेचने के चक्कर में जो बीज एक महीने बाद के मौसम के लिए दिया जाना चाहिए वो पहले ही दे दिया जिससे नुकसान हो गया, शीतेश जीवन पटेल कहते है की वो बड़े किसान थे तो इस नुकसान को सहन कर गए लेकिन अगर छोटा किसान उनकी जगह पर होता तो वो तो रोड पर आ जाता।

शीतेश जीवन पटेल दूसरों किसानों को इस तरह कंपनी के फ्रॉड से भी बचने के लिए कहते हैं। जिससे दूसरे किसान इस तरह के नुकसान से बच सकें और शीतेश जीवन पटेल को खुद को तो एक सबक मिला ही है।

हर सीजन में यहां सब्जी सुपरहिट

शीतेश जीवन पटेल हर सीजन में सब्जी की खेती करते हैं और काफी तादाद में कई एकड़ जमीन में, अभी कुछ एकड़ में टमाटर तैयार है तुड़वाने लायक हो चुका है, कुछ एकड़ में अगले महीने तक टमाटर निकलने लगेगा, कुछ एकड़ जमीन में गर्मी की तैयारी शुरू है, इतना ही नहीं बरबटी, गोभी बैगन, खीरा ऐसे कई सब्जियों की खेती वो बड़े तादाद में करते हैं।

नए तकनीक को जल्द अपनाते हैं

शीतेश जीवन पटेल खेती में नये तकनीक को जल्द ही अपना लेते हैं कृषि विज्ञान केंद्र से लगातार जुड़े रहते हैं और खेती में पैसे इन्वेस्ट करने से पीछे नहीं हटते हैं। पूरे खेत मे ड्रिप सिस्टम से सिंचाई के साधन तैयार हैं, जिससे पानी की बचत भी होती है 5 से 6 बोर हैं, खेती के लिए सभी आधुनिक संसाधन हैं।

बच्चे ले चुके हैं हाई एजुकेशन

शीतेश जीवन पटेल के दो बच्चे हैं और दोनों हाई एजुकेशन ले चुके हैं और अधिकारी बनने की तैयारी कर रहे हैं, शीतेश जीवन पटेल बताते हैं कि उनका बड़ा लड़का बीई, गेट कर चुका है अभी रेलवे में ड्राइवर पद पर नौकरी भी लग गई थी लेकिन छोड़कर उसी में अधिकरी वर्ग के एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, उनका छोटा लड़का पीएससी की तैयारी कर रहा है और वर्तमान में दोनों इंदौर में हैं।



Conclusion:शीतेश जीवन पटेल दूसरे किसानों को लेकर कहते हैं कि वो उन्हें भी अक्सर मोटिवेट करते रहते हैं साथ ही किसानों को ये भी कहते हैं कि वो अपने जमीनों को न तो बेचें, और न ही गहन रखें बल्कि उसमें आधुनिक खेती करें सिर्फ धान गेंहू में सीमित न रहें, और जहां दिक्कत हो उनसे मदद लें पूँछे, समझें और खेती करे वो भी तरक्की कर जाएंगे बस मेहनत लगन कि आवश्यकता है।
Last Updated : Dec 23, 2019, 8:03 PM IST
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