शहडोल। कहा जाता है कि जब किसी राशि में शनि का प्रवेश होता है, तो उस राशि के बुरे दिन शुरू हो जाते हैं. लोग शनि को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. ज्योतिषाचार्य अक्सर शनि को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय बताते रहते हैं, लेकिन जब शनि प्रसन्न होते हैं तो धन लाभ भी कराते हैं और कई अवसरों पर नुकसान भी कराते हैं. आखिर शनि किस दशा में होते हैं तो जातकों को धनलाभ होता है और किस दशा में होते हैं तो जातकों को धन का नुकसान होता है. जानिए ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से,
शनि की नाराजगी से होती है धन हानि: ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि, जब किसी राशि पर शनि का प्रभाव होता है तो जातकों के लिए शुभ और अशुभ हर तरह के फल देते हैं. जातक को धन लाभ होगा या धन हानि होगी यह उसके कार्यों के आधार पर निर्धारित होता है. ज्योतिषाचार्य की मानें तो शनि की जो महादशा चलती है वह लंबे समय तक कई साल तक चलती है, इसलिए जब शनि नाराज होते हैं तो लंबे समय तक धन संबंधित कष्ट देते हैं. उसी तरह से शनि की नाराजगी से साढ़ेसाती या ढैय्या लगने पर खूब धन की हानि भी होती है.
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जब शनिदेव पहुंचाते हैं आर्थिक नुकसान: ज्योतिषाचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि, अगर शनि किसी की कुंडली के अशुभ भाव में हो या शनि नीच राशि में हो तो फिर आर्थिक नुकसान होना तय है. शनि जब सूर्य के साथ हो तब भी आर्थिक हानि होती है. इसके अलावा अगर कुंडली में शनि प्रतिकूल हो और शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो उस अवस्था में भी धन का नुकसान होता है. इतना ही नहीं कई जगहों पर नीलम धारण करने की भी परंपरा होती है. कई लोग नीलम धारण भी करते हैं. इसके पीछे अच्छे खासे पैसे भी खर्च कर देते हैं, लेकिन अगर आपने बिना किसी की सलाह के नीलम धारण कर लिया है तब भी शनि आप से धन का नुकसान करवाता है.
इस स्थिति में शनि पहुंचाते हैं आर्थिक फायदा: ज्योतिषाचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि, ऐसा नहीं है कि शनी धन हानि ही करवाते हैं. अगर शनि किसी की कुंडली में अनुकूल हो और तीसरे छठे या एकादश भाव में बैठा हो, तो जातक को धन का लाभ भी होता है. अगर शनि उच्च का हो या अपने घर में बैठा हो उस स्थिति में भी धन लाभ मिलता है. अगर शनि विशेष अनुकूल हो, और शनि की महादशा साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो तब भी आर्थिक लाभ होता है. इसके अलावा अगर व्यक्ति का व्यवहार सही हो और उसका खानपान एकदम हेल्दी हो शनिदेव को प्रसन्न करने वाला हो तब भी आर्थिक लाभ की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.
शनि को प्रसन्न करने के उपाय: वैसे तो शनि को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय ज्योतिष आचार्य बताते हैं. शनिवार के दिन लोग शनि मंदिर में जाकर पूजा पाठ करते हैं. शनिवार को पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाने की भी परंपरा है. शनिदेव की पूजा के दौरान शनिदेव के 10 नामों कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर का उच्चारण करें.