शहडोल। भारतीय जनता पार्टी ने इस बार काफी पहले ही अपने कई सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. जिसमें से शहडोल जिले की जयसिंहनगर विधानसभा सीट में भी बीजेपी ने टिकट दे दिया है. अब इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है. भारतीय जनता पार्टी की महिला नेता जिला पंचायत उपाध्यक्ष ही स्वसहायता समूह की महिलाओं के साथ अब विरोध में उतर आई हैं. उनका कहना है कि ''जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र में बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा, जो जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में फेल हो गया. अब जयसिंहनगर में कैसे टिकट दे दिया गया.''
जयसिंहनगर से मनीषा सिंह को टिकट: भारतीय जनता पार्टी ने जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से मनीषा सिंह को टिकट दिया है, जिसके बाद से ही अब उनका विरोध भी होना शुरू हो गया है. बता दें कि मनीषा सिंह जैतपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रही हैं, और इस बार उनका टिकट वहां से काटकर जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से दे दिया गया है. जिसके बाद अब भाजपा के ही कुछ नेता विरोध में आ गए हैं. अब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रत्याशी को बदलने की मांग कर रहे हैं.
भाजपा नेता ही कर रहे विरोध: बीजेपी नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष फूलवती सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का विरोध जताया कि ''जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से बाहरी प्रत्याशी को टिकट कैसे दे दिया गया. अगर जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र में काबिल प्रत्याशी, दावेदार ना होते तो बात अलग थी. अगर काबिल प्रत्याशी हैं तो फिर बाहरी प्रत्याशी को मैदान पर उतारना कितना सही है. वह भी तब जब जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक रहते मनीषा सिंह पूरी तरह से फेल हो गईं.''
क्षेत्र का ही प्रत्याशी चाहिए: फूलवती सिंह ने कहा कि "मेरे साथ क्षेत्र की स्वसहायता समूह की महिलाएं भी मनीषा सिंह का विरोध कर रही हैं. हमें आशा थी कि अपने क्षेत्र के ही किसी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया जाए लेकिन यह नहीं हुआ. जयसिंहनगर क्षेत्र से सही प्रत्याशी का चयन नहीं हुआ है. मैं पार्टी से नाराज नहीं हूं और ना कभी रहूंगी. सिर्फ और सिर्फ इस फैसले पर पुनः विचार किया जाए. यह हमारे क्षेत्र की जनता का फैसला है, मैं अपने क्षेत्र की जनता के लिए सब कुछ कर सकती हूं. हमें जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र का ही प्रत्याशी चाहिए. मनीषा सिंह जैतपुर विधानसभा क्षेत्र की प्रत्याशी हैं.''
मनीषा सिंह ने जैतपुर के लिए कुछ नहीं किया: फूलवती सिंह ने कहा, ''मनीषा सिंह का विरोध इसलिए कर रहे हैं की पास में ही जैतपुर विधानसभा क्षेत्र है. मनीषा वहां की विधायक रही हैं और जैतपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने बताया है कि उनका काम अच्छा नहीं है. मनीषा सिंह के पति हर काम में हस्तक्षेप करते थे. मनीषा सिंह अपने पति के ऊपर आश्रित रहती थीं. वहां के जो कार्यकर्ता हैं उन्हें काम नहीं दिया जाता था. मैं यह नहीं चाह रही हूं कि हमारे क्षेत्र में यह हो कि हमारी जनता, हमारे कार्यकर्ता परेशान रहें,. इसलिए मैं अपनी जनता के लिए उनके साथ मिलकर ये मांग कर रही.''
जैतपुर से विधायक हैं मनीषा: बता दें कि मनीषा सिंह को साल 2018 में पहली बार जैतपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया. वहीं से वो विधायक बनकर आई. अब इस बार उनका टिकट जैतपुर विधानसभा क्षेत्र से काट दिया गया है और शहडोल जिले के ही जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दे दिया गया है. जिसके बाद अब उनका विरोध होना शुरू हो गया है. उन्हीं के पार्टी के नेता जिला पंचायत उपाध्यक्ष ही यह मांग कर रही हैं कि जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी के नाम पर फिर से विचार किया जाए.