शहडोल। हाल ही में जिला चिकित्सालय बच्चों की मौत को लेकर देशभर में सुर्खियों में बना था. अब जब जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन को हटाकर सिविल सर्जन का प्रभार जिला चिकित्सालय के एक दंत चिकित्सक को सौंपा गया, तो डॉक्टर्स ने विरोध शुरू कर दिया है. जहां डॉक्टरों ने सीएमएचओ ऑफिस में सामूहिक इस्तीफा दे दिया.
जिला चिकित्सालय के डॉक्टर्स का सामूहिक इस्तीफा
शहडोल जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन का प्रभार दंत चिकित्सक डॉक्टर जी.एस. परिहार को सौंपा गया है. जिसका विरोध जिला चिकित्सालय के डॉक्टर कह रहे हैं, डॉक्टरों का कहना है कि वह एक दंत चिकित्सक के अंडर में काम नहीं कर सकते हैं. इतने बड़े अस्पताल का प्रभारी एक दंत चिकित्सक को नहीं बनाया जा सकता है. क्योंकि जिला चिकित्सालय में उनसे भी कई बड़े-बड़े सीनियर डॉक्टर हैं जो एमबीबीएस भी हैं, जिन्हें यह प्रभार दिया जाए. डॉक्टर ने शुरुआत से ही साफ कहा था कि अगर उनकी मांगों को समय रहते नहीं माना गया तो वह अपना इस्तीफा सौंप देंगे.
पिछले कुछ दिन से जिला चिकित्सालय के डॉक्टर का एक ग्रुप लगातार इस बात का विरोध कर रहा था, और केवल इमरजेंसी सेवा ही जिला चिकित्सालय में दे रहा था. अभी हाल ही में कुछ दिन पहले ही डॉक्टर का यह ग्रुप सीएमएचओ ऑफिस पहुंचकर अल्टीमेटम भी दिया था कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह लोग अपना इस्तीफा सौंप देंगे. जिसके बाद डॉक्टर्स के मुताबिक उन्हें 3 दिन का आश्वासन दिया गया था कि 3 दिन का समय दें उसके बाद कोई न कोई फैसला हो जाएगा. लेकिन जब सिविल सर्जन पर कोई फैसला नहीं लिया गया, तो करीब 20 डॉक्टर सीएमएचओ ऑफिस पहुंचे. जहां सीएमएचओ अपनी सीट पर नहीं थे, जिसके बाद डॉक्टर्स के इस समूह ने सीएमएचओ ऑफिस के आवक जावक में ही अपना त्यागपत्र सामूहिक तौर पर सौंप दिया और अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गए.