शहडोल। हिमांशु मंत्री जो कि शहडोल जिले के क्रिकेटर हैं और अब वह मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम के भी कप्तान बन गए हैं. हिमांशु मंत्री 1 मार्च से शुरू हो रहे ईरानी कप में मध्यप्रदेश टीम की कप्तानी करेंगे. एमपीसीए ने युवा खिलाड़ी पर भरोसा भी जताया है जिसे लेकर वह सुर्खियों में हैं. अब हर किसी की नजर हिमांशु मंत्री पर है कि वह अपनी कप्तानी में किस तरह का प्रदर्शन करते हैं टीम को जीत दिला पाते हैं या नहीं. हिमांशु मंत्री के शुरुआती कोच को भी हिमांशु पर काफी भरोसा है.
ग्राउंड में कैप्टन नाम: हिमांशु मंत्री शहडोल जिला मुख्यालय के ही रहने वाले हैं और उन्होंने अपना शुरुआती क्रिकेट शहडोल के महात्मा गांधी क्रिकेट स्टेडियम से खेला है. जहां पर उन्होंने क्रिकेट का ककहरा सीखा है और अभी भी शहडोल के डिविजनल टीम से खेलते हैं. हिमांशु मंत्री की खास बात यह है कि उन्होंने शुरुआत से कप्तानी की है. उनके शुरुआती कोच आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि हिमांशु जब से यहां खेलने आए हैं उन्होंने टीम की कप्तानी ही की है और इसीलिए उन्हें हर कोई कैप्टन-कैप्टन नाम से ही बुलाता था. उनका नाम ही कप्तान हो गया था. इस ग्राउंड में कोई भी उन्हें बुलाता था कप्तान के नाम से ही बुलाता था क्योंकि वह जब भी खेलते थे टीम को लीड करते थे. अभी भी वह शहडोल डिवीजन टीम के कैप्टन ही हैं. हिमांशु मंत्री में कप्तानी की काबिलियत भी है शायद यही वजह है कि एमपीसीए को भी उनकी कप्तानी की एबिलिटी को पहचानने में समय नहीं लगा.
अब मिली प्रदेश की कप्तानी: कोच आशुतोष श्रीवास्तव हिमांशु को लेकर कहते हैं कि हिमांशु का मध्य प्रदेश टीम का कैप्टन बनना बहुत खुशी की बात है. शहडोल के लिए संभाग के लिए मध्यप्रदेश के लिए, और यहां के खिलाड़ियों के लिए भी क्योंकि जब भी वह शहडोल आता है यहां के लड़कों को बहुत प्रमोट करता है, और बहुत पॉजिटिव मोटिवेशन देता है तो मुझे लगता है बहुत खुशी की बात है, और सभी खुश भी हैं. जिस तरह से उसका नेचर है कि लोगों को मिलाकर रखना एक टीम बनाकर रखना शहडोल डिवीज़न की कप्तानी तो वो काफी लंबे समय से कर रहे हैं और कप्तानी का काफी अनुभव भी है.
विकेटकीपर होने का फायदा: कोच ने कहा कि विकेटकीपर होने का भी उन्हें फायदा मिला क्योंकि विकेटकीपर जो होता है वो ग्राउंड में सब कुछ देखता है. विकेटकीपर टीम का एक ऐसा पार्ट होता है, जो सब कुछ देखता है, उसको अपनी जगह नहीं चेंज करनी पड़ती वो पूरे मैच में एक ही जगह रहता है. बाकी प्लेयर तो इधर से उधर चेंज हो जाते हैं लेकिन विकेटकीपर तो स्टंप के पीछे ही खड़ा होता है. एक वह भी फायदा मिला उसको कि वो विकेटकीपर है तो ज्यादा समझ सकता है.
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टैलेंटेड हैं हिमांशु मंत्री: कोच ने कहा कि स्किल जो होती है वो भी उसमें कूट कूट कर भरी हुई है. मुझे लगता है शायद सिलेक्टर्स को भी यही दिखा और उन्होंने आदित्य श्रीवास्तव के बाद में हिमांशु मंत्री को मौका दिया. कोच ने बताया कि हिमांशु के मंत्री के क्रिकेट स्किल की बात करें तो जिस तरह से वह खेलता था और ग्राउंड में जिस तरह का उसका इन्वोल्व मेन्ट रहता था वो हमेशा एक लीडर की तरह रहता था. लोगों से बातें करना ये बताना, फील्ड प्लेसमेंट है यह सब उनके दिमाग में रहना है यह सब चीजों को देखकर लगता था कि हिमांशु इन सब के लिए डीजर्व करते थे.
दमदार प्रदर्शन का इनाम: हिमांशु बहुत अच्छे फॉर्म में चल रहे हैं रणजी सीजन में भी उन्होंने बहुत अच्छा किया है शानदार खेल दिखाया है. जितने भी मौके मिले हैं उन्होंने खुद को साबित किया और सबसे अच्छी बात यह है कि हिमांशु टीम को साथ लेकर चलता है. हालांकि अब उनके ऊपर भी एक बड़ी जिम्मेदारी आ गई है और उन्हें भी इसमें खुद को साबित करना है. अब अच्छी बल्लेबाजी भी करनी है अच्छी विकेटकीपिंग भी करनी है और एक अतिरिक्त टीम की कप्तानी भी करनी है. ऐसे में हिमांशु को भी एक दमदार खेल का प्रदर्शन करना है क्योंकि अब उन्हें भी एक अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल गई है.
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हिमांशु का क्रिकेट करियर: हिमांशु के क्रिकेट करियर की बात करें तो हिमांशु विकेटकीपर बल्लेबाज हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि हिमांशु ने अभी हाल ही में जब मध्य प्रदेश की रणजी टीम चैंपियन बनी तो उसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था और उनके इसी प्रदर्शन को देखकर क्रिकेट के जानकार काफी प्रभावित हुए थे. हिमांशु मंत्री ने 17 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिसमें से उन्होंने अब तक 1041 रन बनाए हैं. 165 जिसमें इनका बेस्ट स्कोर है. इस दौरान इनका औसत 38.55 का है जिसमें 3 शतक हिमांशु मंत्री ने अब तक लगाए हैं, और 2 अर्धशतक लगाए हैं तो वहीं 2 लिस्ट ए मैच खेले हैं जिसमें 133 रन बनाए हैं.
1 मार्च से ईरानी कप: ईरानी कप का मुकाबला मध्य प्रदेश और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच खेला जाएगा. यह मैच 1 मार्च से 5 मार्च तक चलेगा. मध्यप्रदेश टीम की कप्तानी जहां हिमांशु मंत्री कर रहे हैं तो वही रेस्ट ऑफ इंडिया की कप्तानी मयंक अग्रवाल करेंगे. देखना दिलचस्प होगा कि मध्य प्रदेश की टीम रणजी में चैंपियन बनने के बाद अब ईरानी कप में किस तरह का प्रदर्शन करती है.
ईरानी कप के लिये एमपी की टीम: हिमांशु मंत्री कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़, रजत पाटीदार, यश दुबे, हर्ष गवली, शुभम शर्मा, वेंकटेश्वर अय्यर, अक्षत रघुवंशी, अमन सोलंकी, कुमार कार्तिकेय, सारांश जैन, आवेश खान, अंकित कुशवाहा, गौरव यादव, अनुभव अग्रवाल और मिहिर हिरवानी.