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Junior Doctors के सामूहिक इस्तीफे के बाद, जानिए आदिवासी अंचल के इस मेडिकल कॉलेज के क्या हैं हालात ? - प्रदेश में junior doctors

प्रदेश में कई जगहों पर मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ है. ऐसे में ETV भारत ने आदिवासी बाहुल्य जिले में मौजूद शहडोल मेडिकल कॉलेज के बारे में जाना कि आखिर वहां क्या स्थिति है. क्या वहां भी जूनियर डॉक्टर्स ने इस्तीफा दिया है और क्या उनकी वजह से शहडोल मेडिकल कॉलेज में किसी तरह का कोई काम प्रभावित हुआ है या नहीं.

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जूनियर डॉक्टर्स
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Published : Jun 4, 2021, 10:09 PM IST

शहडोल। कोरोना काल के साथ ही इन दिनों मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) के सामूहिक इस्तीफे की खबर भी सुर्खियों में है क्योंकि कई जगहों पर जूनियर डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफा दे देने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं में भी इसका असर देखने को मिला है.

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मेडिकल कॉलेज में स्थिति

शहडोल मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ मनीष सिंह ने बताया कि अभी हमारे यहां पीजी शुरू हुआ ही नहीं है. जूनियर डॉक्टर 10 से कम की संख्या में रेसिडेंट के स्तर पर मौजूद हैं, शिक्षारत जूनियर डॉक्टर नहीं हैं.

डॉक्टर मनीष सिंह कहते हैं कि चूंकि हमारे यहां MBBS के उपरांत पीजी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और इसलिए जेडीए के स्टूडेंट नहीं हैं. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन नहीं बन पाया है, इसलिए यहां किसी प्रकार का कोई इस्तीफा नहीं दिया गया और न ही अस्पताल में किसी तरह की कोई चीजें प्रभावित हो रही हैं. साथ ही नर्सों को लेकर भी डॉ मनीष सिंह कहते हैं कि यह मामला भी अभी अपने शहडोल मेडिकल कॉलेज में पूरी तरह से शांत है.

शहडोल। कोरोना काल के साथ ही इन दिनों मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) के सामूहिक इस्तीफे की खबर भी सुर्खियों में है क्योंकि कई जगहों पर जूनियर डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफा दे देने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं में भी इसका असर देखने को मिला है.

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मेडिकल कॉलेज में स्थिति

शहडोल मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ मनीष सिंह ने बताया कि अभी हमारे यहां पीजी शुरू हुआ ही नहीं है. जूनियर डॉक्टर 10 से कम की संख्या में रेसिडेंट के स्तर पर मौजूद हैं, शिक्षारत जूनियर डॉक्टर नहीं हैं.

डॉक्टर मनीष सिंह कहते हैं कि चूंकि हमारे यहां MBBS के उपरांत पीजी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और इसलिए जेडीए के स्टूडेंट नहीं हैं. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन नहीं बन पाया है, इसलिए यहां किसी प्रकार का कोई इस्तीफा नहीं दिया गया और न ही अस्पताल में किसी तरह की कोई चीजें प्रभावित हो रही हैं. साथ ही नर्सों को लेकर भी डॉ मनीष सिंह कहते हैं कि यह मामला भी अभी अपने शहडोल मेडिकल कॉलेज में पूरी तरह से शांत है.

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