शहडोल। कोरोना काल के साथ ही इन दिनों मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) के सामूहिक इस्तीफे की खबर भी सुर्खियों में है क्योंकि कई जगहों पर जूनियर डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफा दे देने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं में भी इसका असर देखने को मिला है.
हड़ताल बनी बवाल: Juda Strike के समर्थन में राहुल गांधी का ट्वीट, IMA भी सपोर्ट में उतरा
मेडिकल कॉलेज में स्थिति
शहडोल मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ मनीष सिंह ने बताया कि अभी हमारे यहां पीजी शुरू हुआ ही नहीं है. जूनियर डॉक्टर 10 से कम की संख्या में रेसिडेंट के स्तर पर मौजूद हैं, शिक्षारत जूनियर डॉक्टर नहीं हैं.
डॉक्टर मनीष सिंह कहते हैं कि चूंकि हमारे यहां MBBS के उपरांत पीजी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और इसलिए जेडीए के स्टूडेंट नहीं हैं. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन नहीं बन पाया है, इसलिए यहां किसी प्रकार का कोई इस्तीफा नहीं दिया गया और न ही अस्पताल में किसी तरह की कोई चीजें प्रभावित हो रही हैं. साथ ही नर्सों को लेकर भी डॉ मनीष सिंह कहते हैं कि यह मामला भी अभी अपने शहडोल मेडिकल कॉलेज में पूरी तरह से शांत है.