शहडोल। पचड़ी ग्राम पंचायत के ददरा टोला गांव में आधुनिक खेती ने आदिवासी किसानों की किस्मत बदल गई है. पहले इन किसानों की हालत बहुत ही खराब थी. यहां के किसान खेती तो करते थे, लेकिन पुरानी पद्धति से खेती करने को कारण इससे उनके घर का गुजारा नहीं हो पाता था. जिससे उन्हें मजदूरी करनी पड़ती थी. कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञनिकों ने इस गांव के किसानों को नई पद्धति से खेती करना सिखाया, जिस पर किसानों ने भी रुचि दिखाई.
महिला किसान सुरजी सिंह कहती हैं कि अब वह दोनों सीजन की फसल लेती हैं. अनाज वाली फसलों के साथ सब्जी की भी खेती की जा रही है, जिससे उनको घर चलाने के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ता.
गांव के ही एक और किसान कहते हैं, कि पहले खेती उनके लिए घाटे का सौदा हुआ करती थी, लेकिन इस गांव के किसानों अपने मेहनत और सीखने की ललक से आधुनिक खेती अपनाकर खुशहाल जीवन जी रहे हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र के मार्गदर्शन मिल जाने से यह किसान खेती में बुलंदियों को छू रहे हैं. ददरा टोला के किसान आज आधुनिक तरीके से खेती करने में महारत रखते हैं. जिससे वह लगातार समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं.