शहडोल। आज के समय की व्यस्त लाइफ ही लोगों के लिए अब बड़ी दुश्मन बनती जा रही है, क्योंकि अगर आप अपने शरीर के लिए समय नहीं निकल पा रहे हैं, तो आप कई तरह की बीमारियों से परेशान हो सकते हैं. डेली एक्सरसाइज ना करना, डेली रूटीन में खान-पान पर ध्यान ना देना, नशा करना जंक फूड का सेवन करना, आपको गंभीर बीमारियों से ग्रसित कर सकता है, ऐसे में लीवर जैसी समस्या से तो आजकल हर कोई परेशान है, कोई ना कोई लीवर की समस्या हर किसी को है.
अगर आप भी लिवर जैसी घातक बीमारियों से रहना चाहते हैं दूर तो क्या बरतें सावधानी, क्या रखें डेली रूटीन और शरीर में होने वाले किन बदलावों से घातक बीमारियों की सही समय पर करें पहचान, क्या करें जिससे रहेंगे आप पूरी तरह से स्वस्थ्य रहें.. ईटीवी भारत ने इन सभी सवालों के साथ बात की है छत्तीसगढ़ के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के गैस्ट्रो एवं लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर अजीत मिश्रा से-
सवाल: लीवर की समस्या आज के डेट में कितनी बड़ी समस्या बन चुकी है, ध्यान न दिया तो लिवर की कितनी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं?
जवाब: देखिए जैसा कि आप बता रहे हैं कि लिवर की बीमारियां आजकल बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही हैं, इसका प्रमुख कारण आजकल की व्यस्त लाइफ की जीवन शैली है. हमारा जो खान-पान और हमारी जो जीवन शैली है, उसमें बहुत ज्यादा परिवर्तन हो चुका है. अत्यधिक मात्रा में शराब पीना, बढ़ता मोटापा, डेली एक्सरसाइज जैसे जो हमारी एक्टिविटी हैं, कम हो गई हैं, जिसकी वजह से लीवर में फैट जमा होता है और फिर लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियां हो जाती हैं. लिवर सिरोसिस एक बहुत गंभीर बीमारी है, लेकिन आज के अत्याधुनिक मेडिकल साइंस में अगर सही समय पर इसका इलाज किया जाए तो इसका ट्रीटमेंट पूरी तरह से सफल है.
सवाल: लीवर की बीमारी आजकल ज्यादातर लोगों में देखने को मिल रही है, लिवर संबंधित बीमारियों की शुरुआत से कैसे पहचान करें और क्या करें, क्या ना करें?
जवाब: यूजुअली आप फैटी लीवर की बात कर रहे हैं, मतलब लिवर में फैट का डिपाजिट होना, यह कॉमनली तब मिलता है जब आप अत्यधिक मात्रा में जंक फूड खाएं. आपका वेट ओवर वेट हो और आप बिल्कुल भी एक्सरसाइज ना करें, अगर आप अपने जीवन में शैली में परिवर्तन लाते हैं जैसे आप रेग्युलर एक्सरसाइज करें, वेट को कंट्रोल करें और खाने में सलाद और फ्रूट्स की मात्रा बढ़ाते हैं तो निश्चित तौर पर आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं और इससे पूरी तरह से निजात पा सकते हैं. शुरुआत से ऐसा ध्यान देंगे तो लिवर की बीमारियां आपको छू भी नहीं सकती हैं.
सवाल: आखिर किस कंडीशन में लिवर ट्रांसप्लांट की स्थिति बन जाती है, लीवर सिरोसिस है क्या ?
जवाब: लिवर सिरोसिस एक अंतिम अवस्था है, लीवर के खराब होने की. इसमें लीवर पूरी तरह से हार्ड हो जाता है और इस स्थिति में लिवर का काम, शरीर के जो मेटाबॉलिज्म का काम है वो नहीं कर पता है. पेट में पानी आता है, उसके लक्षण ऐसे होते हैं कि मरीज को प्रोग्रेसिव पीलिया होने लगेगा, पेट में पानी आने लगेगा, खून की उल्टियां होने लगती हैं, ऐसी स्थिति जब बनती है, तब पेशेंट को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है.
सवाल: लीवर की समस्या जब आती है तो किस कंडीशन में किन लक्षणों पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क कर लेना चाहिए, जिससे वह किसी गंभीर स्थिति में न पहुंचे.
जवाब: अगर मरीज के पास पहले से ही अत्यधिक रिस्क फैक्टर है, जैसे आप शराब पी रहे हैं, लंबे समय से आपको डायबिटीज है या आपको भी हेपेटाइटिस बी या सी है, जिसका आपका ट्रीटमेंट चल रहा है और उसके साथ अगर आपको पीलिया वगैरह होने लग जाए, पेट में पैर में सूजन आने लगे, पेट में पानी आ रहा हो, निश्चित तौर पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. क्योंकि शुरू में अगर इसका मेडिकल मैनेजमेंट किया जाए, शुरुआत से ही ट्रीटमेंट किया जाए तो हो सकता है आप लिवर ट्रांसप्लांट से बच जाएं. ऐसी स्थिति आने पर आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उसका इलाज कराना चाहिए.
सवाल: लिवर कैंसर के लक्षण क्या होते हैं, उसकी पहचान कैसे करें ?
जवाब: लिवर कैंसर जब किसी को होता है तो इसका प्रमुख लक्षण भी पीलिया, पेट में दर्द, खाना खाने की इच्छा ना होना या वजन कम होना ये प्रमुख लक्षण होते हैं लिवर कैंसर के.
सवाल: लिवर को स्वस्थ रखने के लिए क्या टिप्स देना चाहेंगे?
जवाब: लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अपने जीवन शैली को नियमित रखना चाहिए, जैसे नियमित रूप से आप एक्सरसाइज करें, वेट को कंट्रोल रखें, शराब का सेवन बिल्कुल न करें, तो बहुत बेहतर होगा और इसके अलावा खाने-पीने में आप जंक फूड को अवॉइड करें. खाने में आप अधिक मात्रा में सलाद और फ्रूट खाएं, इससे आपका लिवर स्वस्थ रहेगा. इसके अलावा अगर आपको किसी भी तरह की बीमारी होती है, तो सबसे बड़ी बात कि बीमारियों को छिपाएं नहीं और ना ही उन्हें नजर अंदाज करें और ना ही बीमारियों से डरें, क्योंकि आज के अत्याधुनिक मेडिकल साइंस में हर बीमारी का इलाज संभव है, अगर आप जितनी जल्दी और जितने सही समय पर डॉक्टर के पास इलाज कराने के लिए पहुंचेंगे, उतनी जल्दी आप स्वस्थ होंगे और वह बीमारी घातक होने से पहले ही ठीक हो जाएगी.