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शहडोल: मजदूरी नहीं मिलने से परेशान हैं मजदूर, परिवार के साथ शिकायत लेकर पहुंचे कलेक्टर कार्यालय

शहडोल में मजदूरी नहीं मिलने से परेशान हैं मजदूर, परिवार के साथ शिकायत लेकर पहुंचे कलेक्टर कार्यालय, ये सभी मजदूर कटनी, उमरिया, शहडोल सहित अलग-अलग जिले के हैं.

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Published : Mar 13, 2019, 1:05 PM IST

शहडोल। मंगलवार को करीब 50 मजदूर अपनी शिकायत लेकर परिवार सहित जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. यहां मजदूरों ने बताया कि उन्हें काम करने के बाद पैसे नहीं दिये जा रहे हैं. ये सभी मजदूर कटनी, उमरिया, शहडोल सहित अलग-अलग जिले के हैं. मजदूरों ने आरोप लगाया कि वन विभाग के अंतर्गत ब्यौहारी रेंज में खैरा बीट के गाजर गांव में हुए वृक्षारोपण के पौधों के लिए किये गये गड्ढों के काम का भुगतान नहीं हुआ है.

shahdol, mp
मजदूर

मजदूरों ने बताया कि सभी लोग पूरे परिवार के साथ मजदूरी करने निकलते हैं. उनके आय का एक यही साधन है. मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस आश्वासन के साथ काम पर लगाया गया कि एक हफ्ते में प्रति गड्ढे के हिसाब से सरकारी दर पर उन्हें मजदूरी का भुगतान किया जाएगा. जिसके बाद सभी मजदूर 4 फरवरी से 11 मार्च तक लगातार वृक्षारोपण के गड्ढे का कार्य करते रहे, इस दौरान उन्हें कोई खर्च भी नहीं दिया गया.

शिकायत लेकर पहुंची एक महिला का कहना था कि काम के बीच में जब उनसे पैसे की मांग की गई तो उन्हें कहा गया कि काम खत्म करने के बाद भुगतान किया जाएगा, और जब 11 मार्च को काम कम्पलीट हो गया और उन्होंने अधिकारियों से पैसे की मांग की तो उन्हें कहा गया कि जब पैसा होगा दे दिया जायेगा जहां शिकायत करनी है कर दो.

मजदूर

इस पूरे मामले में डीएफओ देवांशु शेखर ने कहा कि खैरा बीट के पश्चिमी ब्यौहारी रेंज में वृक्षारोपण का कार्य चल रहा है. जिसके भुगतान के लिए मजदूरों ने खुद आवेदन किया है कि 11 मार्च तक का पैसा नहीं मिला है. वहीं नियमानुसार शासकीय काम करने में 5 से 6 दिन तो लग ही जाते हैं. मजदूरों को समझा दिया गया है, जल्द भुगतान कर दिया जाएगा.

शहडोल। मंगलवार को करीब 50 मजदूर अपनी शिकायत लेकर परिवार सहित जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. यहां मजदूरों ने बताया कि उन्हें काम करने के बाद पैसे नहीं दिये जा रहे हैं. ये सभी मजदूर कटनी, उमरिया, शहडोल सहित अलग-अलग जिले के हैं. मजदूरों ने आरोप लगाया कि वन विभाग के अंतर्गत ब्यौहारी रेंज में खैरा बीट के गाजर गांव में हुए वृक्षारोपण के पौधों के लिए किये गये गड्ढों के काम का भुगतान नहीं हुआ है.

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मजदूर

मजदूरों ने बताया कि सभी लोग पूरे परिवार के साथ मजदूरी करने निकलते हैं. उनके आय का एक यही साधन है. मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस आश्वासन के साथ काम पर लगाया गया कि एक हफ्ते में प्रति गड्ढे के हिसाब से सरकारी दर पर उन्हें मजदूरी का भुगतान किया जाएगा. जिसके बाद सभी मजदूर 4 फरवरी से 11 मार्च तक लगातार वृक्षारोपण के गड्ढे का कार्य करते रहे, इस दौरान उन्हें कोई खर्च भी नहीं दिया गया.

शिकायत लेकर पहुंची एक महिला का कहना था कि काम के बीच में जब उनसे पैसे की मांग की गई तो उन्हें कहा गया कि काम खत्म करने के बाद भुगतान किया जाएगा, और जब 11 मार्च को काम कम्पलीट हो गया और उन्होंने अधिकारियों से पैसे की मांग की तो उन्हें कहा गया कि जब पैसा होगा दे दिया जायेगा जहां शिकायत करनी है कर दो.

मजदूर

इस पूरे मामले में डीएफओ देवांशु शेखर ने कहा कि खैरा बीट के पश्चिमी ब्यौहारी रेंज में वृक्षारोपण का कार्य चल रहा है. जिसके भुगतान के लिए मजदूरों ने खुद आवेदन किया है कि 11 मार्च तक का पैसा नहीं मिला है. वहीं नियमानुसार शासकीय काम करने में 5 से 6 दिन तो लग ही जाते हैं. मजदूरों को समझा दिया गया है, जल्द भुगतान कर दिया जाएगा.

Intro:जानिए आखिर ऐसा क्या हुआ इन मज़दूरों के साथ, पूरे परिवार के साथ शिकायत लेकर पहुंच गए कलेक्टर के पास

शहडोल- आज जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में करीब 50 मज़दूर अपने परिवार, छोटे छोटे बच्चों के साथ कलेक्टर से मिलने पहुंच गए, कलेक्टर के पास ये मज़दूर यूं ही मुलाकात करने के लिए नहीं पहुंचे हैं, बल्कि अपनी शिकायत लेकर पहुँचे हैं, ये सभी मज़दूर एक ही जगह के नहीं हैं बल्कि इनमें से कोई कटनी, उमरिया, शहडोल सभी अलग अलग जिले के हैं ।




Body:इसलिए परेशान हैं मज़दूर

ये सभी मज़दूर बहुत परेशान हैं, और इनकी समस्या है कि इन्हें इनके काम के पैसे नहीं मिले हैं। इन मज़दूरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग के अंतर्गत ब्यौहारी रेंज में खैरा बीट के गाजर गांव में हुए वृक्षारोपण के पौधे के लिए किये गए गड्ढों का भुगतान नहीं हुआ है जिससे वो बहुत परेशान हैं।

मज़दूरों ने बताया कि उनके ग्रुप में कटनी, उमरिया, शहडोल, अलग अलग जिले के लोग रहने वाले हैं,सभी लोग पूरे परिवार के साथ मज़दूरी करने निकलते हैं, उनके आय का एक यही साधन है। मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस आश्वासन के
साथ काम पर लगाया गया कि एक एक हफ्ते में प्रति गड्ढे के हिसाब से सरकारी दर पर आपको मज़दूरी का भुगतान किया जाएगा। सभी मज़दूर 4 फरवरी से 11 मार्च तक लगातार वृक्षारोपण के गड्ढे का कार्य करते रहे, इस दौरान उन्हें कोई खर्च भी नहीं दिया गया जब उनसे बीच में पैसे की मांग की गई तो उन्हें कहा गया कि मिल जाएगा काम कम्पलीट करो और जब 11 मार्च को काम कम्पलीट हो गया और उन्होंने अधिकारियों से पैसे की मांग की तो उन्हें कहा गया कि जब पैसा होगा दे दिया जायेगा जहां शिकायत करनी है कर दो।

मज़दूरों ने कहा कि वो पूरे परिवार के साथ मज़दूरी करने जाते हैं जब उन्हें मज़दूरी नहीं मिलती तो उनके खाने पीने को नहीं रहता, बीमारी की हालत में इलाज कराने को पैसे भी नहीं त्योहार आने वाला है ऐसे में जब मज़दूरी नहीं मिल रही तो क्या करें।


Conclusion:भुगतान करवा रहे हैं

वहीं इस पूरे मामले में डीएफओ देवांशु शेखर ने कहा कि खैरा बीट के पश्चिमी ब्यौहारी रेंज में वृक्षारोपण का कार्य चल रहा है, इन्होने भुगतान के लिए खुद आवेदन किया है कि 11 मार्च तक का पैसा नहीं मिला है आज 12 मार्च है, शासकीय काम में 5 से 6 दिन तो लग ही जाते हैं, नियमसनुसार करने में, बहरहाल आज उनका भुगतान कर रहे हैं, उनको बता दिया गया है समझा दिया गया है।
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