ETV Bharat / state

24 घंटे में 6 बच्चों की मौत पर जिला अस्पताल की सफाई, एकसाथ मौत को बताया संयोग

शहडोल के कुशाभाऊ ठाकरे अस्पताल में 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन सफाई देता नजर आ रहा है.

Kushabhau Thackeray Hospital management clarified on the death of children in shahdol
बच्चों का मौत पर अस्पताल की सफाई
author img

By

Published : Jan 14, 2020, 4:47 PM IST

शहडोल। कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में रहता है, एक बार फिर से ये अस्पताल सुर्खियों में है, जहां 24 घंटे के अंदर 6 मासूम बच्चों की मौत हो गई. घटना के बाद से ही अस्पताल में हड़कंप मच गया है, जबकि अस्पाल प्रबंधन भी इस मामले में सफाई देता नजर आ रहा है.

बच्चों का मौत पर अस्पताल की सफाई

जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी ने बताया कि सभी बच्चे हाइली क्रिटिकल कंडीशन में थे, एक साथ 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत एक संयोग है, हमारे स्टाफ ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की थी. मृत बच्चों में से दो बच्चे बच्चा वार्ड के हैं, जबकि दो बच्चे एसएनसीयू के हैं और दो बच्चे पीडियाट्रिक पीआईसीयू के हैं. उन्हें सीरियस निमोनिया था और शॉक की अवस्था में अस्पताल लाया गया था.

डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी ने कहा कि इन बच्चों का इलाज बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील हथगेल ने किया और उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बच्चों को बचाये नहीं जा सका. मंत्री के जांच के आदेश पर उन्होंने कहा कि हम भी अपने लेवल से जांच करेंगे और वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी लेंगे. उसके बाद संक्षिप्त समरी बनाकर पेश करेंगे.

24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत के बाद मचे हडकंप की सूचना पर मंत्री कमलेश्वर पटेल ने अस्पताल का दौरा किया और परिजनों से मुलाकात कर न्याय का आश्वसन भी दिया. हालात को देखते हुए मंत्री कमलेश्वर पटेल ने जांच के आदेश भी दिए हैं.

शहडोल। कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में रहता है, एक बार फिर से ये अस्पताल सुर्खियों में है, जहां 24 घंटे के अंदर 6 मासूम बच्चों की मौत हो गई. घटना के बाद से ही अस्पताल में हड़कंप मच गया है, जबकि अस्पाल प्रबंधन भी इस मामले में सफाई देता नजर आ रहा है.

बच्चों का मौत पर अस्पताल की सफाई

जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी ने बताया कि सभी बच्चे हाइली क्रिटिकल कंडीशन में थे, एक साथ 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत एक संयोग है, हमारे स्टाफ ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की थी. मृत बच्चों में से दो बच्चे बच्चा वार्ड के हैं, जबकि दो बच्चे एसएनसीयू के हैं और दो बच्चे पीडियाट्रिक पीआईसीयू के हैं. उन्हें सीरियस निमोनिया था और शॉक की अवस्था में अस्पताल लाया गया था.

डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी ने कहा कि इन बच्चों का इलाज बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील हथगेल ने किया और उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बच्चों को बचाये नहीं जा सका. मंत्री के जांच के आदेश पर उन्होंने कहा कि हम भी अपने लेवल से जांच करेंगे और वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी लेंगे. उसके बाद संक्षिप्त समरी बनाकर पेश करेंगे.

24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत के बाद मचे हडकंप की सूचना पर मंत्री कमलेश्वर पटेल ने अस्पताल का दौरा किया और परिजनों से मुलाकात कर न्याय का आश्वसन भी दिया. हालात को देखते हुए मंत्री कमलेश्वर पटेल ने जांच के आदेश भी दिए हैं.

Intro:note_ वर्जन प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी का है।

जानिए 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने क्या कहा, आखिर क्या रही वजह जो मासूमों को बचाया नहीं जा सका

शहडोल- शहडोल जिला चिकित्सालय में 24 घंटे के अंदर 6 मासूमों की मौत के बाद हंगामा मच गया है, जिसके बाद मंत्री कमलेश्वर पटेल भी निरीक्षण करने अस्पताल पहुंच गए।

24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत के सवाल पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी ने बताया कि सभी बच्चे हाइली क्रिटिकल सीरियस कंडीशन में थे, एक साथ 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत एक संयोग है, हमारे स्टाफ ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की।




Body:प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी ने 6 बच्चों की मौत मामले पर कहा की विगत 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत हुई है, जिसमें 2 बच्चे बच्चा वार्ड के हैं, 2 बच्चे एसएनसीयू के हैं, और दो बच्चे पीडियाट्रिक पीआईसीयू के हैं।

जो बच्चे बच्चा वार्ड में थे सीरियस हालात में थे उन्हें सीरियस निमोनिया था साथ ही शॉक की अवस्था में थे।

एक साथ 6 बच्चों की मौत महज एक संयोग है, क्योंकी सभी हाइली सीरियस अवस्था में थे, सभी बच्चे जब यहां आए तो काफी सीरियस थे।

प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर मुकुंद चतुर्वेदी बताते हैं कि इन बच्चों का इलाज बाल्य रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील हथगेल ने उनका इलाज किया उन्हें देखा और बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बच्चे बचाये नहीं जा सके।

एक बच्चा सोमवार शाम को 6 बजे के करीब भर्ती किया गया, और रात लगभग 2.30 बजे तक उनकी मृत्यु हो गई। इसी तरह एसएनसीयू और पीडियाट्रिक पीआईसीयू के कुछ बच्चे ऐसे थे जो काफी पहले से भर्ती थे वो काफी सीरियस हालात में थे।
उनका भी इलाज चल रहा थे लेकिन बचाये नहीं जा सके।

एक बच्चा तो एकदम से मृत अवस्था में था, उसकी बस सांसे चल रही थी, उसे भी बचाने की कोशिश की गई लेकिन बचाया नहीं जा सका।




Conclusion:प्रभारी सिविल सर्जन ने कहा कि मंत्री जी ने जो जांच के निर्देश दिए ही हैं हम भी अपने लेवल से जांच करेंगे, यहां के जो बाल्य रोग विशेषज्ञ हैं यहां के उनसे वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी मांगेंगे।

उसकी एक रिपोर्ट बना रहे हैं, तथ्यात्मक जांच हम भी अपने लेवल से करा रहे हैं, उसके बाद संक्षिप्त समरी बनाकर पेस करेंगे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.