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कुदरत का कहर: अब प्याज में लगा है झुलसा रोग, उत्पादन पर पड़ा असर - किसान परेशान

शहडोल में बेमौसम बारिश ओलावृष्टी और फिर अचानक तेज गर्मी की वजह से प्याज की फसल में झुलसा रोग लग गया है, इस रोग की वजह से पत्तीयां सूख गई और प्याज को पोषण नहीं मिल पाया, नतीजतन प्याज की ग्रोथ रुक गई और सड़ने लग गई.

Scorching disease in onion crop
कुदरत का कहर
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Published : Apr 24, 2020, 10:13 PM IST

शहडोल। किसान परेशान है, इस साल बेमौसम बारिश के साथ ही ओला की मार से किसान की फसल का पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है और अब प्याज की फसल इसस बच न सकी. बेमौसम बारिश ओला वृष्टी और फिर अचानक तेज गर्मी की वजह से प्याज में झुलसा रोग लग गया है, जिससे क्षेत्र के कई गांव में प्याज उत्पादन पर बहुत असर पड़ रहा है क्योंकि झुलसा रोग से प्याज या तो सड़ रहा है या फिर इसमें साइज छोटा हो जा रहा है.

झुलसा ने दी टेंशन

शहडोल से करीब 25 से 30 किलोमीटर दूर चटहा और आसपास के कई दूसरे गांव में प्याज की खेती करने वाले किसान परेशान हैं, क्योंकि उनकी फसल में झुलसा रोग लग गया है. अमूमन ये रोग प्याज की ग्रोथ पर असर करता है, प्याज का आकार छोटा रह जाने के कारण बाजार में इसकी कीमती घट जाती है.

किसानों ने बताया कि इस रोग की वजह से प्याज की साइज छोटी रह जा रही है. प्याज में जो ग्रोथ होना चाहिए वो नहीं हो पा रही है, इतना ही नहीं कुछ प्याज में सड़न भी आ गई है. किसानों ने ये भी बताया कि इस बार प्याज में सिर्फ उनके गावों में नहीं बल्कि इस क्षेत्र के कई गावों में ये रोग आया है, जिससे प्याज के उत्पादन में असर पड़ा है.

बीमारी की वजह बार-बार बदलता मौसम

कृषि वैज्ञानिक पीएन त्रिपाठी कहते हैं कि इस साल बार बार बदलते मौसम की वजह से प्याज में झुलसा रोग लगा है इसे लीफ ब्लाइट पत्तियों का सूखना भी कहते हैं. ये एक फफूंद जनित बीमारी है, अचानक बारिश, गर्मी, फफूंद जनित रोग लगने की संभावना को बढ़ा देता है. इससे पौधों का पोषण नहीं हो पाता और प्याज का आकार बढ़ नहीं पाता.

गौरतलब है कि इस बार बेमौसम बारिश और रुक रुक कर लगातार कुछ दिन के अंतराल में जो बारिश ने किसानों की हर फसल के लिए मुसीबत बढ़ाई और इस साल तो प्याज की फसल भी प्रभावित हुई है. झुलसा रोग ने कई गांव के किसानों के प्याज के फसल को प्रभावित किया है, जिससे किसानों के उत्पादन में कमी आई है.

शहडोल। किसान परेशान है, इस साल बेमौसम बारिश के साथ ही ओला की मार से किसान की फसल का पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है और अब प्याज की फसल इसस बच न सकी. बेमौसम बारिश ओला वृष्टी और फिर अचानक तेज गर्मी की वजह से प्याज में झुलसा रोग लग गया है, जिससे क्षेत्र के कई गांव में प्याज उत्पादन पर बहुत असर पड़ रहा है क्योंकि झुलसा रोग से प्याज या तो सड़ रहा है या फिर इसमें साइज छोटा हो जा रहा है.

झुलसा ने दी टेंशन

शहडोल से करीब 25 से 30 किलोमीटर दूर चटहा और आसपास के कई दूसरे गांव में प्याज की खेती करने वाले किसान परेशान हैं, क्योंकि उनकी फसल में झुलसा रोग लग गया है. अमूमन ये रोग प्याज की ग्रोथ पर असर करता है, प्याज का आकार छोटा रह जाने के कारण बाजार में इसकी कीमती घट जाती है.

किसानों ने बताया कि इस रोग की वजह से प्याज की साइज छोटी रह जा रही है. प्याज में जो ग्रोथ होना चाहिए वो नहीं हो पा रही है, इतना ही नहीं कुछ प्याज में सड़न भी आ गई है. किसानों ने ये भी बताया कि इस बार प्याज में सिर्फ उनके गावों में नहीं बल्कि इस क्षेत्र के कई गावों में ये रोग आया है, जिससे प्याज के उत्पादन में असर पड़ा है.

बीमारी की वजह बार-बार बदलता मौसम

कृषि वैज्ञानिक पीएन त्रिपाठी कहते हैं कि इस साल बार बार बदलते मौसम की वजह से प्याज में झुलसा रोग लगा है इसे लीफ ब्लाइट पत्तियों का सूखना भी कहते हैं. ये एक फफूंद जनित बीमारी है, अचानक बारिश, गर्मी, फफूंद जनित रोग लगने की संभावना को बढ़ा देता है. इससे पौधों का पोषण नहीं हो पाता और प्याज का आकार बढ़ नहीं पाता.

गौरतलब है कि इस बार बेमौसम बारिश और रुक रुक कर लगातार कुछ दिन के अंतराल में जो बारिश ने किसानों की हर फसल के लिए मुसीबत बढ़ाई और इस साल तो प्याज की फसल भी प्रभावित हुई है. झुलसा रोग ने कई गांव के किसानों के प्याज के फसल को प्रभावित किया है, जिससे किसानों के उत्पादन में कमी आई है.

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