शहडोल। कड़ाके की ठंड ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. पिछले दो-तीन दिन से शहडोल जिले में भी गजब की ठंड पड़ रही है. इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने लोगों को संभलने का मौका भी नहीं दिया है. आलम यह है कि लोग अब अलाव के सहारे ठंड से बचने की कोशिश में हैं. जिले में तापमान का स्तर भी अब हर दिन गिर रहा है.
आसमान साफ होते ही कड़ाके की ठंड
जंगल और पहाड़ी इलाका होने के चलते जिल में अक्सर तेज ठंड पड़ती है. नवंबर का महीना खत्म होने को है और मौजूदा साल अचानक ही आई ठंड ने लोगों के लिए परेशानी बढ़ा दी है. दिनचर्या प्रभावित कर दी है. पिछले कुछ दिन से आसमान में छाए बादल हल्की-फुल्की बारिश ने ठंड को कम करके रखा था, लेकिन अचानक ही बादलों के छंटने के बाद अब हाड़ कंपाने वाली ठंड शुरू हो चुकी है.
अलाव और गर्म कपड़े के सहारे लोग
अचानक ठंड बढ़ जाने के बाद अब लोग गर्म कपड़े और अलाव के सहारे ही ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. ठंड के चलते लोगों के स्वास्थ्य में गिरावट का खतरा भी है. इसलिए लोग भी अब कोई रिस्क नहीं ले रहे हैं. अपने काम को भी देरी से शुरू कर रहे हैं. जो काम पहले सुबह से ही शुरू हो जाते थे, अब उसमें देरी आ गई है. लोग अब सूर्यदेवता के उदय होने पर ही अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे हैं.
हर दिन गिर रहा तापमान
शहडोल जिले का तापमान अब हर दिन गिरता जा रहा है. जिससे ठंड लगातार बढ़ती जा रही है. जिले का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है.आने वाले समय में पारा में और गिरावट होने की संभावना है. मौसम जानकारों ने भी आने वाले दिनों में ठंड के बढ़ने की आशंका जताई है.
किसानों के लिए राहत
गौरतलब है कि ये गिरता तापमान खेती के हिसाब से देखी जाए तो रबी सीजन के फसलों के लिए अच्छा है. खासकर गेहूं की फसल की बुआई के लिए यह गिरता तापमान फायदेमंद साबित होता है. हालांकि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है. ताकि मौसमी बीमारियों से बच सकें.