शहडोल। शहर में एक महिला एक अन्य बुजुर्ग महिला और दो मासूम बच्चे पैदल ही घर 50 किलोमीटर चलते हुए अपने गांव निकल पड़े. ये चारों अस्पताल में भर्ती बीमार लड़की की छुट्टी होने के बाद घर की जाने के लिए निकले, लेकिन इन्हें लॉकडाउन के कारण कोई भी साधन गांव जाने के लिए नहीं मिला.
पूछने पर महिला ने बताया कि, वे जैतपुर भमला पैदल ही जा रहे हैं, जो कि जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर है. उनमें से एक महिला रोशनी ने बताया कि, पिछले तीन दिन से उनकी आठ साल की बच्ची बीमार थी और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, बच्ची के ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई, लेकिन घर जाने के लिए साधन नहीं मिला. ऐसे में बीमारी से ठीक हुई इस मासूम बच्ची को चिलचिलाती धूम में पैदल ही घर जाने के लिए निकल पड़ी.
परिजनों ने बताया कि, वो कई घंटे तक इधर से उधर भटकते रहे, इन्हें उम्मीद थी कि अस्पताल प्रबंधन कुछ व्यवस्था कर देगा, यहां तक कि उस महिला ने बताया की, उन्होंने 108 में फोन लगाया तो वहां से भी मना कर दिया गया. घंटों इंतजार और भटकने के बाद जब कुछ भी नहीं मिला, तो इस कर्फ्यू के बीच अपनी बीमार बच्ची को लेकर अपने घर को निकल पड़े.
बातों को टालते नजर आए सीएमएचओ
जब इस बात की जानकारी सीएमएचचो ओपी चौधरी को दी गई, तो उन्होंने पहले तो कहा ये लोग बिना बताये ही आ जाते हैं, एम्बुलेंस वालों से बात नहीं करते, ऐसा नहीं हो सकता कि कोई मदद न करें, जब हमने कहा कि, उन्होंने हर किसी से बात की है, आप ही कुछ मदद करवाएं तो बोले दिखवाते हैं और बिना कोई मदद किए पल्ला झाड़ते हुए निकल गए.