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शहडोल: 24 घंटे में चार नवजात बच्चों की मौत, सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग

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Published : Nov 29, 2020, 1:35 PM IST

Updated : Nov 29, 2020, 6:32 PM IST

शहडोल जिले में एक बार फिर से नवजात बच्चों की मौत का मामला सामने आया है, जिसके बाद से ही स्वास्थ्य अमला सवालों के घेरे में आ गया है.

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चार नवजातों की मौत

शहडोल। जिले का स्वास्थ्य अमला एक बार फिर से सवालों के घेरे में है, जहां पिछले 24 घंटे के अंदर 4 नवजातों की मौत हो गई है, जिसमें 4 माह से लेकर 4 महीने तक के बच्चे शामिल हैं. बताया जा रहा है कि, पीआईसीयू में 3 और एसएनसीयू में एक बच्चे की मौत हो गई है.

नवजात बच्चों की मौत से मचा हड़कंप

पिछले 24 घंटे में एक बार फिर से 4 नवजातों की मौत हो गई है, जिसमें 4 माह से लेकर 4 महीने तक के बच्चे शामिल हैं. जिनकी मौत हुई है, उसमें बुढ़ार के अरझुली का एक 4 माह का बच्चा पुष्पराज, सिंहपुर के बोड़री गांव का 3 माह का बच्चा राज कोल, 2 माह का प्रियांश शामिल है, जो पीआईसीयू में भर्ती थे. वहीं 3 दिन की निशा की भी एसएनसीयू में मौत हो गई है. इस हादसे के बाद से हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है. हालांकि काफी समय तक बच्चों की मौत से संबंध में अस्पताल प्रबंधन छिपाता रहा.

पहले भी आ चुका है ऐसा ही मामला

गौरतलब है कि, इससे पहले भी करीब एक साल पहले 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में हो गई थी, जिसमें मामले के तूल पकड़ने के बाद खुद तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट जिला चिकित्सालय पहुंचे थे, जहां सिविल सर्जन और सीएमएचओ पर कार्रवाई की गई थी.

शहडोल। जिले का स्वास्थ्य अमला एक बार फिर से सवालों के घेरे में है, जहां पिछले 24 घंटे के अंदर 4 नवजातों की मौत हो गई है, जिसमें 4 माह से लेकर 4 महीने तक के बच्चे शामिल हैं. बताया जा रहा है कि, पीआईसीयू में 3 और एसएनसीयू में एक बच्चे की मौत हो गई है.

नवजात बच्चों की मौत से मचा हड़कंप

पिछले 24 घंटे में एक बार फिर से 4 नवजातों की मौत हो गई है, जिसमें 4 माह से लेकर 4 महीने तक के बच्चे शामिल हैं. जिनकी मौत हुई है, उसमें बुढ़ार के अरझुली का एक 4 माह का बच्चा पुष्पराज, सिंहपुर के बोड़री गांव का 3 माह का बच्चा राज कोल, 2 माह का प्रियांश शामिल है, जो पीआईसीयू में भर्ती थे. वहीं 3 दिन की निशा की भी एसएनसीयू में मौत हो गई है. इस हादसे के बाद से हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है. हालांकि काफी समय तक बच्चों की मौत से संबंध में अस्पताल प्रबंधन छिपाता रहा.

पहले भी आ चुका है ऐसा ही मामला

गौरतलब है कि, इससे पहले भी करीब एक साल पहले 24 घंटे के अंदर 6 बच्चों की मौत जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में हो गई थी, जिसमें मामले के तूल पकड़ने के बाद खुद तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट जिला चिकित्सालय पहुंचे थे, जहां सिविल सर्जन और सीएमएचओ पर कार्रवाई की गई थी.

Last Updated : Nov 29, 2020, 6:32 PM IST
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