शहडोल। खेतों में लहलहाते ये रंग बिरंगे फूल, गेंदा के फूल हैं. लेकिन खेतों में खिले हुए इन फूलों को देखकर किसान हताश हो गया है. किसानों ने इसकी खेती बड़ी उम्मीद से की थी. लेकिन कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन ने सब चौपट कर दिया. नवरात्री जैसे पर्व के दौरान लॉकडाउन रहा, जिसकी वजह से इन किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
कोरोना वायरस के कहर के चलते सभी लोग घरों में बंद हैं. मंदिर बंद हैं, धार्मिक आयोजन बंद हैं, कोई तीज-त्योहार नहीं. इसके अलावा मार्च-अप्रैल में होने वाली शादियों भी नहीं हो रहीं हैं. ऐसे में फूलों की डिमांड खत्म हो गई है. खेतों में फसल तैयार हैं. किसानों का कहना है कि बिक्री नहीं होने से फसल अभी खेत में ही लगी हुई है. जिससे 8 से 10 दिन बाद ये फूल सूखकर झड़ने लगेंगे. फूलों की खेती करने वाले किसानों को ये नुकसान होना तय माना जा रहा है क्योंकि लॉकडाउन खुलने में अभी समय है.
जितेंद्र कुमार शर्मा जो उमरिया जिले के शाहपुर गांव के पास करीब 7 एकड़ जमीन में सिर्फ फूलों की खेती करते हैं. उनका कहना है कि लॉकडाउन की वजह से सब बंद है. फूलों की डिमांड नहीं है. खेतों में फसल तैयार है. अब किसान क्या करें. उसके पास कोई चारा ही नहीं बचा है. लाखों का नुकसान होना तय है.