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बारिश के साथ ही किसानों ने शुरू किया बोनी कार्य, जानिए प्रशासन की क्या है तैयारी

बारिश के साथ ही किसानों ने खेती की शुरुआत कर दी है, खेतों में बीज डालना भी शुरू कर दिया है. किसानों के साथ-साथ प्रशासन ने भी खरीफ की फसलों को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है और लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है.

हल चलाता हुआ किसान
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Published : Jul 5, 2019, 4:47 AM IST

Updated : Jul 6, 2019, 1:41 AM IST

शहडोल। बरसात का मौसम है और जिले में आखिरकार किसानों का इंतज़ार भी खत्म हुआ, जब पिछले दो दिन से बदरा ने बरसना शुरू किया. हलांकि अभी भी क्षेत्र में उस तरह की तेज बारिश नहीं हुई है जो मानसून में होना चाहिये, लेकिन पिछले दो दिन में इतनी बारिश जरूर हो गई है जिससे किसान अपनी खेती की शुरुआत कर सकें.

बारिश के साथ खेती शुरू


पिछले दो दिन से हुई बारिश के बाद किसानों ने खेती की शुरुआत कर दी है. खेतों में बीज डालना भी शुरू कर दिया है और हर दिन इंद्रदेव भी थोड़ा बहुत बरसकर किसानों का साथ दे रहे हैं. किसानों के साथ-साथ प्रशासन ने भी खरीफ की फसलों को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है और लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है.

अब तक कितनी हुई बारिश और क्या है तैयारी-
किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जेएस पन्द्राम के मुताबिक अभी तक क्षेत्र में 87 एमएम बारिश हो चुकी है और बोनी के लिए करीब 80 एमएम से 100 एमएम बारिश की जरूरत होती है. क्षेत्र के किसान अब बोनी की शुरुआत कर चुके हैं. किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जेएस पन्द्राम बताते हैं कि इस बार ख़रीफ़ बोनी के लिए हमने 1 लाख 84 हज़ार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है जिसके लिए खाद, बीज की पूरी तैयारी कर ली गई है. इस बार लगभग 14 हज़ार क्विंटल बीज की जरूरत होगी जिसकी व्यवस्था कर ली गई है. क्षेत्र में अबतक 11 हज़ार हेक्टेयर में बोनी का काम हो चुका है और बोनी लगातार जारी है उपसंचालक के मुताबिक लक्ष्य को जल्द ही एचीव कर लिया जाएगा.

देरी से ही यहां होती है बारिश-
किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जे एस पन्द्राम कहते हैं कि वैसे तो 15 जून तक खेती के लिए बारिश हो जाना चाहिए, लेकिन शहडोल में हर बार देखने को मिलता है कि यहां देरी से बारिश होती है 10 से 15 जुलाई तक ही यहां बारिश होती है इसलिये किसानों के चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है वो बोनी करना शुरू करें.

जिले में खरीफ फसलों की बोनी के लिए रखा गया लक्ष्य-

  • धान की फसल 1 लाख 2 हज़ार हेक्टेयर
  • मक्का की फसल 18,100 हेक्टेयर
  • ज्वार की फसल 1,500 हेक्टेयर
  • कोदो कुटकी 11,000 हेक्टेयर
  • उड़द 9,300 हेक्टेयर
  • मूंग की फसल 1,000 हेक्टेयर
  • अरहर की फसल 20,900 हेक्टेयर
  • तिल की फसल 10,000 हेक्टेयर
  • सोयाबीन की फ़सल 7,000 हेक्टेयर

इसके अलावा रामतिल और मूंगफली की खेती भी जिले में की जाती है.

अब तक इतनी हो चुकी है बोनी-

  • धान की फसल 5,500 हेक्टेयर
  • मक्का की फसल 2,300 हेक्टेयर
  • सोयाबीन 3,400 हेक्टेयर

इसके अलावा भी कई फसलों की बोनी शुरू हो चुकी है.


खाद का लक्ष्य
इसके अलावा इस साल 14,316 क्विन्टल खाद वितरित करने का टारगेट रखा गया है जिसमें 14,397 क्विन्टल भंडारण हो चुका है और वितरण भी शुरु है.

शहडोल। बरसात का मौसम है और जिले में आखिरकार किसानों का इंतज़ार भी खत्म हुआ, जब पिछले दो दिन से बदरा ने बरसना शुरू किया. हलांकि अभी भी क्षेत्र में उस तरह की तेज बारिश नहीं हुई है जो मानसून में होना चाहिये, लेकिन पिछले दो दिन में इतनी बारिश जरूर हो गई है जिससे किसान अपनी खेती की शुरुआत कर सकें.

बारिश के साथ खेती शुरू


पिछले दो दिन से हुई बारिश के बाद किसानों ने खेती की शुरुआत कर दी है. खेतों में बीज डालना भी शुरू कर दिया है और हर दिन इंद्रदेव भी थोड़ा बहुत बरसकर किसानों का साथ दे रहे हैं. किसानों के साथ-साथ प्रशासन ने भी खरीफ की फसलों को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है और लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है.

अब तक कितनी हुई बारिश और क्या है तैयारी-
किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जेएस पन्द्राम के मुताबिक अभी तक क्षेत्र में 87 एमएम बारिश हो चुकी है और बोनी के लिए करीब 80 एमएम से 100 एमएम बारिश की जरूरत होती है. क्षेत्र के किसान अब बोनी की शुरुआत कर चुके हैं. किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जेएस पन्द्राम बताते हैं कि इस बार ख़रीफ़ बोनी के लिए हमने 1 लाख 84 हज़ार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है जिसके लिए खाद, बीज की पूरी तैयारी कर ली गई है. इस बार लगभग 14 हज़ार क्विंटल बीज की जरूरत होगी जिसकी व्यवस्था कर ली गई है. क्षेत्र में अबतक 11 हज़ार हेक्टेयर में बोनी का काम हो चुका है और बोनी लगातार जारी है उपसंचालक के मुताबिक लक्ष्य को जल्द ही एचीव कर लिया जाएगा.

देरी से ही यहां होती है बारिश-
किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जे एस पन्द्राम कहते हैं कि वैसे तो 15 जून तक खेती के लिए बारिश हो जाना चाहिए, लेकिन शहडोल में हर बार देखने को मिलता है कि यहां देरी से बारिश होती है 10 से 15 जुलाई तक ही यहां बारिश होती है इसलिये किसानों के चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है वो बोनी करना शुरू करें.

जिले में खरीफ फसलों की बोनी के लिए रखा गया लक्ष्य-

  • धान की फसल 1 लाख 2 हज़ार हेक्टेयर
  • मक्का की फसल 18,100 हेक्टेयर
  • ज्वार की फसल 1,500 हेक्टेयर
  • कोदो कुटकी 11,000 हेक्टेयर
  • उड़द 9,300 हेक्टेयर
  • मूंग की फसल 1,000 हेक्टेयर
  • अरहर की फसल 20,900 हेक्टेयर
  • तिल की फसल 10,000 हेक्टेयर
  • सोयाबीन की फ़सल 7,000 हेक्टेयर

इसके अलावा रामतिल और मूंगफली की खेती भी जिले में की जाती है.

अब तक इतनी हो चुकी है बोनी-

  • धान की फसल 5,500 हेक्टेयर
  • मक्का की फसल 2,300 हेक्टेयर
  • सोयाबीन 3,400 हेक्टेयर

इसके अलावा भी कई फसलों की बोनी शुरू हो चुकी है.


खाद का लक्ष्य
इसके अलावा इस साल 14,316 क्विन्टल खाद वितरित करने का टारगेट रखा गया है जिसमें 14,397 क्विन्टल भंडारण हो चुका है और वितरण भी शुरु है.

Intro:Note_
किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जे एस पन्द्राम का वर्जन है।

जिले में हुई बारिश, किसानों ने शुरू किया बोनी काम, जानिये प्रशासन की क्या है तैयारी

शहडोल- बरसात का मौसम है, और जिले में आखिरकार किसानों का इंतज़ार भी खत्म हुआ जब पिछले दो दिन से बदरा ने बरसना शुरू किया, हलांकि अभी भी क्षेत्र में उस तरह की तेज बारिश नहीं हुई है जो मानसून में होना चाहिये लेकिन पिछले दो दिन में इतनी बारिश जरूर हो गई है जिससे किसान अपनी खेती की शुरुआत कर सकें।

पिछले दो दिन से हुई बारिश के बाद किसानों ने खेती की शुरुआत कर दी है। खेतों में बीज डालना भी शुरू कर दिया है। और हर दिन इंद्रदेव भी थोड़ी बहुत बरसकर किसानों का साथ दे रहे हैं।

किसानों के साथ साथ प्रशासन ने भी खरीफ की फसलों को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। और लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है।



Body:जानिए अबतक कितनी हुई बारिश, और क्या है तैयारी

किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जे एस पन्द्राम के मुताबिक अभी तक क्षेत्र में 87 एमएम बारिश हो चुकी है और और बोनी के लिए करीब 80 एमएम से 100 एमएम बारिश की जरूरत होती है। क्षेत्र के किसान अब बोनी की शुरुआत कर चुके हैं।

किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जे एस पन्द्राम बताते हैं कि इस बार ख़रीफ़ बोनी के लिए हमने 1 लाख 84 हज़ार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा है। जिसके लिए खाद बीज की पूरी तैयारी कर ली गई है।

इस बार लगभग 14 हज़ार क्विंटल बीज की जरूरत होगी जिसकी व्यवस्था कर ली गई है।

क्षेत्र में अबतक 11 हज़ार हेक्टेयर में बोनी का काम हो चुका है। और बोनी लगातार जारी है उपसंचालक के मुताबिक लक्ष्य को जल्द ही एचीव कर लिया जाएगा।

देरी से ही यहां होती है बारिश

किसान कल्याण तथा कृषि विकास के उपसंचालक जे एस पन्द्राम कहते हैं कि वैसे तो 15 जून तक खेती के लिए बारिश हो जाना चाहिए लेकिन शहडोल में हर बार देखने को मिलता है कि यहां देरी से बारिश होती है 10 से 15 जुलाई तक ही यहां बारिश होती है इसलिये किसानों के चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है वो बोनी करना शुरू करें।


Conclusion:जानिये जिले में किस फसल का कितनी बोनी का लक्ष्य

जिले में खरीफ के फसलों के लिये जो लक्ष्य रखा गया है उसमें।

धान की फसल 1 लाख 2 हज़ार हेक्टेयर
मक्का की फसल 18,100 हेक्टेयर
ज्वार की फसल 1,500 हेक्टेयर
कोदो कुटकी 11,000 हेक्टेयर
उड़द 9,300 हेक्टेयर
मूंग की फसल 1,000 हेक्टेयर
अरहर की फसल 20,900 हेक्टेयर
तिल की फसल 10,000 हेक्टेयर
सोयाबीन की फ़सल 7,000 हेक्टेयर
का लक्ष्य है इसके अलावा रामतिल और मूंगफली की खेती भी जिले में की जाती है।

अबतक इतनी बोनी हो चुकी है

धान की फसल 5,500 हेक्टेयर
मक्का की फसल 2,300 हेक्टेयर
सोयाबीन 3,400 हेक्टेयर
इसके अलावा भी कई फसलों की बोनी शुरू हो चुकी है।

खाद का लक्ष्य

इसके अलावा इस साल 14,316 क्विन्टल खाद वितरित करने का टारगेट रखा गया है जिसमें 14,397 क्विन्टल भंडारण हो चुका है और वितरण भी शुरु है।
Last Updated : Jul 6, 2019, 1:41 AM IST
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