शहडोल। महात्मा गांधी क्रिकेट स्टेडियम में अंडर-22 भाई परमानंद ट्रॉफी के लिए मुकाबला शुरु हो गया है, जिसे देखने के लिए मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में सेलेक्टर कीर्ति पटेल भी पहुंचे, ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने परमानंद ट्रॉफी की खासियत बताई और कहा कि ये ट्रॉफी युवाओं के लिए बेहतर मौका है, जिसमें कर्नल सीके नायडु अंडर 23 के मुकाबले के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जाता है.
रणजी टीम को लेकर कही बड़ी बात
मध्यप्रदेश की टीम रणजी ट्रॉफी में कुछ खास नहीं कर पाई, इस सवाल का जबाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे कुछ सीनियर खिलाड़ी जलज सक्सेना, भाटिया और ऐसे ही कई प्लेयर दूसरे स्टेट के लिए खेलने लगे हैं. जिसके चलते टीम के थोड़े संघर्ष का समय है. हमारे पास टैलेंट तो है, लेकिन इसे रीबिल्ड करने के लिए एक से दो साल लगेंगे. आखिर क्यों खिलाड़ी बदलते हैं अपना स्टेट, इस सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को कुछ अच्छे ऑफर मिलते हैं, जिसमें रणजी की फीस के अलावा एक हैंडसम अमाउंट भी होता है, जिसके चलते खिलाड़ी अपने करियर के हिसाब से फैसला लेते हैं.
छोटी जगहों से भी निकल रहे खिलाड़ी
उन्होंने कहा कि पहले इंदौर सहित कुछ ही जगह के खिलाड़ियों का वर्चस्व था, लेकिन अच्छी बात ये है कि अब प्रदेश के सभी संभाग से खिलाड़ी टीम में आ रहे हैं. वहीं छोटी जगहों से आए खिलाड़ी रणजी में अपनी जगह बना रहे हैं. साथ ही एमपीसीए खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, जहां भी क्रिकेट का विकास हो सकता है, वहां पूरी कोशिश की जा रही है.
एमपी में टैलेंट की कमी नहीं
एमपी में टैलेंट की कमी नहीं है, पिछले दिनों ईश्वर पांडे और नमन ओझा ने भारत के लिए खेला है. आईपीएल में काफी खिलाड़ी अभी भी खेल रहे हैं, जिनकी इंडिया के लिए खेलने की भी उम्मीद है, इस रणजी सत्र में शहडोल से दो युवा खिलाड़ी एमपी की टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं.