शहडोल। शहडोल कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कोरोना महामारी सहित त्योहारों और कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए कई अहम फैसले लिए गए. इस दौरान कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने कड़ाई के साथ शासन के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के आदेश दिए. नवरात्रि नजदीक है. ऐसे में प्रतिमा स्थापना और पंडाल लगाने के लिए पहले ही इजाजत मिल चुकी है. इसके मद्देनजर बैठक में मूर्ति विसर्जन स्थलों की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई, जिसमें फैसला लिया गया कि, सारी तैयारियां पहले से कर ली जाएंगी.
कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया है कि, मूर्ति विसर्जन स्थल पर लाइट, टॉर्च, गोताखोर सहित आवश्यक तैयारियों के साथ-साथ सावधानियां बरती जाएं. इसके अलावा गहरे पानी में नहीं जाने की समझाइश फ्लैक्स के माध्यम से दी जाए. कलेक्टर ने कहा कि, सभी विसर्जन स्थल पर सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जाए. 10 से अधिक व्यक्ति विसर्जन स्थल पर न जाएं. मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाए. इस दौरान बैठक में कलेक्टर ने कहा कि, गरबा, डीजे, चल समारोह में ज्यादा भीड़ इकट्ठा नहीं किया जाए.
उन्होंने कहा कि, दशहरा में रावण दहन स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग करना आवश्यक है. इसी के साथ आपदा प्रबंधन की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि, 15 अक्टूबर से सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जाएंगे. वहीं कंटेनमेंट एरिया के बाहर मनोरंजन पार्क खोले जाएंगे. किसी भी सभा में न्यूनतम 50 प्रतिशत और अधिकतम 200 व्यक्ति प्रशासन की अनुमति के बाद ही कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहेंगे.
तालाब में विसर्जन नहीं
कलेक्टर ने बैठक के दौरान कहा कि, किसी भी तालाब में मूर्ति विसर्जन नहीं किए जाएंगे. इसके लिए अपर कलेक्टर, मंदिर, मस्जिद, धार्मिक स्थानों, त्योहारों, पर्यटन स्थलों, निर्वाचन सहित कोविड-19 महामारी के डॉक्यूमेंटेशन तैयार कर बुकलेट बनवाएंगे.
मूर्ति विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्था
बैठक में कलेक्टर ने नगर पालिका अधिकारी से कहा कि, नगर पालिका में चलित वाहन तैयार किए जाएं. अलग-अलग जगहों से मूर्ति स्थापना स्थलों से मूर्ति संग्रहित कर विर्सजन स्थल पर विसर्जित की जाए. कलेक्टर ने व्यापारी संघ के अध्यक्षों से भी कहा कि, कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. त्योहारों के दौरान मूर्ति विर्सजन में आए व्यक्तियों को टोली बनाकर मास्क भेंट कर समझाइश दी जाए. कोविड-19 बचाव के संबंध में सोशल डिस्टेंसिंग का पालना किया जाए.