शहडोल। प्रदेश के अन्य शहरों की तरह जिले में भी कोरोना संक्रमण तेजी के साथ बढ़ने लगा है. रविवार को जिले में कोरोना के 20 नए मरीज मिले हैं. दो महीने बाद कोरोना वायरस का आंकड़ा दोहरे अंक में पहुंचा है. इसके साथ ही एक्टिव मरीजों की संख्या जिले में बढ़कर 42 हो गई है.
एक दिन में 20 मरीज
मेडिकल कॉलेज माइक्रोबायोलॉजी लैब से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को शहडोल में कुल 93 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. इनमें से 20 कोविड-19 पाए गए हैं. शनिवार को भी 9 कोरोना वायरस के मरीज मिले थे. जिले में अब तक कोरोना वायरस के 3,051 मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि, इनमें से 2,979 स्वस्थ भी हो चुके हैं. वहीं, अब तक 48 लोगों की मौत भी हुई है. जिले में जिस तरह के हालात हैं उससे आगे संक्रमण और बढ़ने का भी खतरा है. पुलिस प्रशासन ने सख्ती जरूर शुरू की है, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं है. अभी भी काफी संख्या में लोग बिना मास्क के ही बाहर घूमते मिल जाएंगे. दुकानों और मार्केट एरिया में किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखाई दे रही है.
मेडिकल कॉलेज में 16 भर्ती मरीज
वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में बनाए गए कोविड-19 हॉस्पिटल में 16 मरीज भर्ती हैं. फिलहाल मिले निर्देश के तहत मेडिकल कॉलेज में 69 बेड की व्यवस्था बना ली गई है. इनमें आईसीयू एचडीयू के 39 बेड और ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 30 बेड शामिल हैं. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार यहां 80 से 100 मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था है पर्याप्त मात्रा में दवाइयां ऑक्सीजन और चिकित्सकीय स्टाफ है. अगर संख्या इससे ज्यादा बढ़ती है और आईसीयू में ज्यादा मरीज भर्ती होते हैं, तो नर्सिंग स्टाफ की समस्या जरूर आ सकती है. वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में सिर्फ 36 नर्सिंग स्टाफ है.
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मेडिकल कॉलेज में लक्षण वाले मरीज भर्ती
मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में 500 से अधिक बेड की व्यवस्था है. इसमें 50 बेड का आईसीयू वार्ड है, ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 100 से अधिक बेड हैं, 36 वेंटिलेटर हैं और पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है. कोरोना गाइडलाइन के अनुसार लक्षण वाले मरीजों को ही मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया जाता है. बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाता है. सीएमएचओ कार्यालय में बनाए गए सेंटर में पदस्थ चिकित्सक होम आईसोलेशन वाले मरीजों से संपर्क कर जरूरी दवाइयां उपलब्ध कराते हैं. जरूरत पड़ने पर इनको मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जाता है.