शहडोल। जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार ने बताया कि कुछ दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त डॉ सुदाम पंढारीनाथ खाड़े, मिशन संचालक प्रियंका दास इन सभी ने संयुक्त रूप से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता के आधार पर वर्चुअल माध्यम से समीक्षा की थी. वर्चुअल माध्यम से हुई समीक्षा में जिला चिकित्सालय शहडोल को एक माह में टोटल 312 डायलिसिस कर प्रदेश में अव्वल स्थान बनाने में कामयाब रहा.
जिला अस्पताल में ये है डायलिसिस मशीन: शहडोल जिला चिकित्सालय में डायलिसिस मशीन आईसीआई बैंक के माध्यम से रेड क्रॉस के माध्यम से एक मशीन स्थापित की गई है, जिससे मरीजों को डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है. शहडोल जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार कहते हैं कि उनका और उनकी पूरी टीम का ये संकल्प है कि जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को सभी प्रकार की जांच की सुविधाएं बेहतर से बेहतर उपलब्ध हो सकें और यहां उनका इलाज बेहतर हो सके.
संभाग के बाहर से भी आते हैं मरीज : गौरतलब है कि शहडोल जिला चिकित्सालय में संभागभर से मरीज आते हैं संभाग ही नहीं बल्कि पड़ोसी प्रदेश छत्तीसगढ़ के भी कुछ जगहों से मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं. इसके अलावा डिंडोरी से भी मरीज आते हैं. संभाग के तीनों जिले अनूपपुर उमरिया से मरीज तो शहडोल जिला चिकित्सालय इलाज के लिए पहुंचते ही हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ जिले से कोरिया और जनकपुर से भी मरीज यहां इलाज के लिए पहुंचते हैं. साथ ही डिंडोरी से भी मरीज शहडोल जिला चिकित्सालय इलाज कराने के लिए आते हैं. (Big achievement of Shahdol District Hospital) (Shahdol District Hospital top in MP in dialysis)