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लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, शहडोल के आदिवासी इलाकों पर कमलनाथ का फोकस

शहडोल। लोकसभा चुनाव करीब आते देख प्रदेश की सियासी फिजा बदलने लगी है. जहां एक ओर विधानसभा चुनाव में मात खा चुकी बीजेपी लोकसभा चुनाव के वक्त ताकत दिखाना चाहती है, तो वहीं दूसरी ओर सत्ता में बैठी कांग्रेस प्रदेश में एक बार फिर अपना परचम लहराने की तैयारी में जुटी हुई है. 6 मार्च को शहडोल में होने वाली सीएम कमलनाथ की सभा से भी कांग्रेस मिशन लोकसभा की तरफ एक कदम बढ़ाने की कोशिश में है.

लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, शहडोल के आदिवासी इलाकों पर कमलनाथ का फोकस
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Published : Mar 4, 2019, 11:43 PM IST

शहडोल। लोकसभा चुनाव करीब आते देख प्रदेश की सियासी फिजा बदलने लगी है. जहां एक ओर विधानसभा चुनाव में मात खा चुकी बीजेपी लोकसभा चुनाव के वक्त ताकत दिखाना चाहती है, तो वहीं दूसरी ओर सत्ता में बैठी कांग्रेस प्रदेश में एक बार फिर अपना परचम लहराने की तैयारी में जुटी हुई है. 6 मार्च को शहडोल में होने वाली सीएम कमलनाथ की सभा से भी कांग्रेस मिशन लोकसभा की तरफ एक कदम बढ़ाने की कोशिश में है.

all parties are preparing for lok sabha elections
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, शहडोल के आदिवासी इलाकों पर कमलनाथ का फोकस


इससे पहले सीएम कमलनाथ उमरिया में भी कोल समाज के सम्मेलन में आए थे. इससे लगता है कि कांग्रेस की नजर शहडोल संभाग के आदिवासी वोटर्स पर है. गौरतलब है कि शहडोल में विधानसभा की 8 सीटें हैं, जिनमें से 4 पर बीजेपी तो 4 पर कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में कांग्रेस की पूरी कोशिश होगी कि सत्ता में रहने के बाद वो लोकसभा के मुकाबले में यहां मात न खाए. सीएम कमलनाथ के शहडोल दौरे को इसी कोशिश से जोड़ कर देखा जा रहा है.

लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, शहडोल के आदिवासी इलाकों पर कमलनाथ का फोकस


कांग्रेस के प्रदेश के सचिव रविंद्र तिवारी के मुताबिक कमलनाथ के दौरे को लोकसभा की तैयारी तो कहा जा सकता है, साथ ही कांग्रेस सरकार का फोकस इस बात पर है कि जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव के वचन पत्र के वादे पूरे कर लोगों को इसका लाभ पहुंचाया जाए. उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ हमेशा से ही आदिवासी जिलों से लगाव रखते आए हैं.


कांग्रेस नेता सीएम की सभा और कर्जा माफी के प्रमाण पत्रों के वितरण पर कुछ भी कहें, लेकिन राजनीतिक जानकार मानते हैं कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह आदिवासी वोटर्स में अच्छी पैठ रखते हैं, इसलिए बीजेपी से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस भी आदिवासी वोटों में घुसपैठ कर लोकसभा की जंग में खुद को मजबूत करना चाहती है.

शहडोल। लोकसभा चुनाव करीब आते देख प्रदेश की सियासी फिजा बदलने लगी है. जहां एक ओर विधानसभा चुनाव में मात खा चुकी बीजेपी लोकसभा चुनाव के वक्त ताकत दिखाना चाहती है, तो वहीं दूसरी ओर सत्ता में बैठी कांग्रेस प्रदेश में एक बार फिर अपना परचम लहराने की तैयारी में जुटी हुई है. 6 मार्च को शहडोल में होने वाली सीएम कमलनाथ की सभा से भी कांग्रेस मिशन लोकसभा की तरफ एक कदम बढ़ाने की कोशिश में है.

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लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, शहडोल के आदिवासी इलाकों पर कमलनाथ का फोकस


इससे पहले सीएम कमलनाथ उमरिया में भी कोल समाज के सम्मेलन में आए थे. इससे लगता है कि कांग्रेस की नजर शहडोल संभाग के आदिवासी वोटर्स पर है. गौरतलब है कि शहडोल में विधानसभा की 8 सीटें हैं, जिनमें से 4 पर बीजेपी तो 4 पर कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में कांग्रेस की पूरी कोशिश होगी कि सत्ता में रहने के बाद वो लोकसभा के मुकाबले में यहां मात न खाए. सीएम कमलनाथ के शहडोल दौरे को इसी कोशिश से जोड़ कर देखा जा रहा है.

लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, शहडोल के आदिवासी इलाकों पर कमलनाथ का फोकस


कांग्रेस के प्रदेश के सचिव रविंद्र तिवारी के मुताबिक कमलनाथ के दौरे को लोकसभा की तैयारी तो कहा जा सकता है, साथ ही कांग्रेस सरकार का फोकस इस बात पर है कि जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव के वचन पत्र के वादे पूरे कर लोगों को इसका लाभ पहुंचाया जाए. उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ हमेशा से ही आदिवासी जिलों से लगाव रखते आए हैं.


कांग्रेस नेता सीएम की सभा और कर्जा माफी के प्रमाण पत्रों के वितरण पर कुछ भी कहें, लेकिन राजनीतिक जानकार मानते हैं कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह आदिवासी वोटर्स में अच्छी पैठ रखते हैं, इसलिए बीजेपी से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस भी आदिवासी वोटों में घुसपैठ कर लोकसभा की जंग में खुद को मजबूत करना चाहती है.

Intro:लोकसभा चुनाव की तैयारी, क्या कमजोर सीटों पर है मुख्यमंत्री की पैनी नज़र ?

शहडोल- लोकसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं बचा है, सभी पार्टियां धीरे धीरे चुनावी रंग में आ रही हैं, प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, सत्ता में आने के बाद से ही कांग्रेस सरकार अपने वचन पत्र के वादों को पूरा करने में लगी है, मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें भी पता है की लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए यही सही रास्ता है।

इस अंचल में ज्यादा फोकस

शहडोल संभाग को ऐसे जगह की तौर पर भी जाना जाता है कि यहां से शिवराज सिंह चौहान का खास लगाव है, मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान अक्सर इस अंचल के दौरे पर आते रहते थे, उसका फायदा भी मिला, भले ही बीजेपी सत्ता में नहीं आ पाई लेकिन शहडोल और उमरिया जिले कि सभी विधानसभा सीट बीजेपी के पाले में गई।

और अब लगता है प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की नज़र भी शहडोल संभाग पर है, अभी हाल ही में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उमरिया जिले में कोल समाज के सम्मेलन को संबोधित किया, और अब शहडोल में कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री के इस दौरे को लेकर कांग्रेस के प्रदेश सचिव रविन्द्र तिवारी कहते हैं कि एमपी सरकार की पहली प्राथमिकता है वचन पत्र को पूरा करना हम कम समय में जनता का विश्वास अर्जित करना चाहते हैं, कांग्रेस नेता ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की पिछली सरकार ने जनता के पक्ष में कोई काम नहीं किया, और अब जनता को इस नई सरकार से कई उम्मीदें हैं।

मुख्यमंत्री का पहला प्रयास किसानों से किये वादे को पूरा करना, और उसी दिशा में वो शहडोल में कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस सचिव रविन्द्र तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री का पहले से शहडोल को लेकर स्नेह रहा है, शहडोल ही नहीं छिंदवाड़ा, बैतूल, मंडला, डिंडोरी जैसे ट्राइबल डिस्ट्रिक से ही इन्हें खासा स्नेह है।

मुख्यमंत्री के इस दौरे को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी हाल ही में मुख्यमंत्री उमरिया में कोल समाज के सम्मेलन में शामिल होने आए,और अब शहडोल में कार्यक्रम में शामिल होने आएंगे। हम तो बार बार कोशिश करेंगे कि वो यहां आते रहें, अभी हाल ही में कोल समाज के सम्मेलन को संबोधित किया, अभी हम एक प्रस्ताव देने वाले हैं कि एक बैगा सम्मेलन को भी संबोधित करें।




Body:शहडोल लोकसभा सीट

शहडोल लोकसभा सीट पर सबकी नजर है, और कांग्रेस भी इस बार कोई चूक नहीं करना चाहती है, शहडोल लोकसभा सीट में टोटल 8 विधान सभा सीट हैं, अनूपपुर जिले की तीन सीट, शहडोल जिले की 2 सीट, उमरिया जिले की दो सीट, और कटनी जिले की बड़वारा विधानसभा सीट शामिल है।

जिसमें मौज़ूदा समय में 4 सीट में कांग्रेस का कब्जा है तो 4 सीट में बीजेपी, लोकसभा सांसद अभी यहां से बीजेपी के हैं।

अभी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री उमरिया जिले में आये जहां की दोनों ही विधान सभा सीट में कांग्रेस को हार मिली, इतना ही नहीं और अब शहडोल आ रहे हैं और यहां की तीनों विधान सभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है, जिसमें से दो विधानसभा सीट शहडोल लोकसभा में आती हैं।

और अब इन सीटों पर कांग्रेस अपनी तैयारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।


Conclusion:6 मार्च को आएंगे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री कमलनाथ 6 मार्च को शहडोल दौरे पर आ रहे हैं, जहां उनका कार्यक्रम जिला मुख्यालय के बाणगंगा मेला मैदान में होगा। जहां वो आमसभा को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री 12 बजे शहडोल में पहुंच जाएंगे, और डेढ़ बजे तक कार्यक्रम में शामिल होंगे, और फिर उसके बाद सागर के लिए यहीं से निकल जाएंगे।

मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में जिन किसानों का ऋण माफ़ हुआ है वो मौजूद रहेंगे, ऋण माफी के अलावा आजीविका मिशन और स्वसहायता समूह के कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे, ये सभी कार्यक्रम एक ही जगह बाणगंगा मेला मैदान में ही होगा।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान शहडोल दौरा अक्सर करते रहते थे, और यहां के कार्यक्रमों में शामिल होते थे, और अब लगता है मुख्यमंत्री कमलनाथ भी इसी दिशा में आगे
बढ़ रहे हैं। और इस अंचल के दौरे कर रहे हैं।
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