सिवनी। जिले के गणेशगंज से पूर्व दिशा में 500 मीटर की ऊंचाई पर मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर स्थापित है. नवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में भक्तो की भारी भीड़ जुटती है. जहां मां भगवती की आराधना मात्र से ही भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं यहां पर दोनों नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. जिसमें श्रद्धालु नवरात्रि पर अपनी मनोकामना पूर्ति के ज्योति कलश स्थापित करते हैं.
नवरात्रि के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. शारदीय नवरात्र में जस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें कई जिलों के जस मंडल आते हैं. इस शारदीय नवरात्र में भक्तों द्वारा कुल 101 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए हैं.
मंदिर परिसर में भगवान शंकर भोलेनाथ शिवलिंग के रुप में स्थापित हैं. सावन और महाशिवरात्रि में भगवान शंकर का अभिषेक किया जाता है. यहां एक भगवती मंदिर है जहां मां बाला भवानी की विराजमान हैं जो परमहंसी (झोतेश्वर) में विराजित मां भगवती राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी की बेटी है. मंदिर में इनके साथ प्रथम पूज्य भगवान गणेश एवं नौ देवियों और सर्व सिद्धि हनुमान जी की भी स्थापना की गई है.
ब्रह्मचारी जी ने बताया कि मंदिर के पुजारी बताते हैं कि भगवती की जो कोई भी आराधना करते उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है. उन्होंने कहा कि जैसे छोटे बच्चे एक चॉकलेट में प्रसन्न हो जाते हैं. इसी तरह मां भगवती भी केवल भक्तों की आराधना से प्रसन्न हो जाती हैं.