सिवनी। वैश्विक कोरोना वायरस संक्रमण की द्वितीय लहर में तेजी से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है. साथ ही शासकीय निजी चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या में बढोतरी हुई है. जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने पॉजिटिव पायी गयीं 13 गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया है. अस्पताल में जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
कोरोना काल में ड्यूटी बखूबी निभा रहे डॉक्टर
कोरोना काल में डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मानव सेवा का किए जा रहे कार्य को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. कोरोना की रोकथाम व संक्रमितों के उपचार में वह दिन-रात एक किए हुए हैं. परिवार से दूर रहना, दमघोंटू पीपीई में ड्यूटी करना, घंटों पसीने में नहाए रहना, मरीज का इलाज करना, खुद को संक्रमण से बचाना और कोरोना के खतरे से जीतने के इरादे से लड़ना, इमरजेंसी का चैलेंज और मरीजों की छोटी सी छोटी समस्याओं का ख्याल रखने की जिम्मेदारी इन्होंने बखूबी निभाई है.
कोरोना काल में 'सुरक्षित मातृत्व आश्वासन' पर खरा उतर रहा यह अस्पताल
कोरोना संक्रमण के बीच बच्चों की किलकारियां भी सिवनी जिला चिकित्सालय में गूंजी हैं. जिला चिकित्सालय में पॉजिटिव पायी गयीं 13 गर्भवती महिलाओ ने बच्चों को जन्म देने के साथ ही कोरोना की जंग को भी जीता है. आज मां और बच्चें दोनों स्वस्थ हैं. यह चिकित्सालय के डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियो की सजगता, साहस एवं मानव सेवा की भावना का ही परिणाम है.