सिवनी। जहां आज पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना वायरस जैसी बड़ी समस्या से जूझ रहा है. वहीं दूसरी ओर अधिक बारिश के चलते जगह-जगह हाहाकार मचा हुआ है. भारी बारिश के कारण देश के अन्नदाता पर भारी मुसीबत आ चुकी है, किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. जिससे परेशान किसानों ने अपना दुख प्रकट करते हुऐ सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
फुलारा गांव के किसान रघुवीर सिंह पटेल ने प्रशासन से सही और जल्द सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि यदि हमारी बात सरकार नहीं सुनती है तो हम आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे. जिस तरह से दिल्ली सरकार प्रति हेक्टयर में 50 हजार रुपये और एकड़ में 20 हजार रुपये का मुआवजा देती है, वैसे ही मध्यप्रदेश में भी मुआवजा दिया जाए.
किसानों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि किसानों ने गेहूं में नुकसान उठाया फिर यूरिया की कालाबाजारी ने उसे मारा है, बीच में कोरोना और अब अतिवृष्टि से किसान आर्थिक रूप से बूरी तरह प्रभावित हुआ है. किसान अब और कुछ सहने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने अपने साथी किसानों से अपील की है कि कोई भी किसान किसी भी प्रकार का गलत विचार दिमाग में ना लाये बल्कि हम किसानों की आवाज उठाने के लिए यहां से लेकर दिल्ली तक साथ हैं. जरूरत पड़ी तो सब मिलकर इतना बड़ा आंदोलन करेंगे कि सरकार ने सोचा भी नहीं होगा.