सिवनी। कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन में परेशान होकर मुंबई से प्रतापगढ़ के लिए पैदल निकले श्रमिक दंपति ने कभी सोचा भी नहीं रहा होगा कि उनकी होने वाली संतान का जन्म लखन कुंवर की नगरी लखनादौन में होगा. गर्भवती श्रमिक महिलाओं के कई समाचार देश भर में सुनने को मिले हैं जहां पर उन्होंने पैदल चलने के बाद रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया है. ऐसा ही जिले के लखनादौन के अस्पताल में श्रमिक दंपति के साथ भी हुआ और गर्भवती महिला ने नवजात स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
मुंबई से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के लिए निकले थे
लॉकडाउन में फंसे मुंबई से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के लिए पैदल निकले श्रमिक दंपति को उस वक्त बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा, जब गर्भवती महिला रास्ते में ही प्रसव पीड़ा से कराहने लगी. इसकी सूचना लखनादौन थाना प्रभारी महादेव नागोतिया को मिली. थाना प्रभारी मौके पर पहुंचकर महिला को लखनादौन के सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
इसके साथ ही लखनादौन थाना प्रभारी महादेव नागोतिया ने नवजात बच्चे के माता-पिता को फल, भोजन, कपड़े, खिलौने, गुड़ के लड्डू और नकद राशि देने के साथ-साथ उस दंपति को उत्तर प्रदेश तक पहुंचाने के लिए प्रशासनिक अनुमति सहित वाहन करके गन्तव्य के लिए रवाना किया.
पुलिस के अलावा समाजसेवियों ने भी की मदद
नगर के समाज सेवियों ओर पुलिस विभाग ने पुष्पहारों के साथ श्रमिक दंपति और नवजात का अभिनंदन कर विदाई दी. इस बीच कुछ समाजसेवियों ने नकद राशि भी नवजात शिशु के माता-पिता को प्रदान की.
नवजात के पिता सूर्यमणि ने लखनादौन थाना प्रभारी महादेव नागोतिया और उनकी टीम के सदस्यों के साथ समाजसेवियों ओर पत्रकारों को भगवान की संज्ञा देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया.