सिवनी। पूरे देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है. इस बीच मजदूरों की आर्थिक समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया, लेकिन वन विभाग विभाग द्वरा भारी लापरवाही बरती जा रही है. तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे कर्मचारियों को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए कोई उपाय नहीं अपनाए जा रहे हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि, न तो उन्हें मास्क दिया गया और न ही सैनिटाइजर. तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे तमाम कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं.
दरअसल, जिले में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद बड़े अधिकारी फील्ड में नहीं आ रहे हैं. इस दौरान फोन से ही छोटे अधिकारी और कर्मचारियों को निर्दश दिए जा रहे हैं. जिसके तहत छोटे कर्मचारियों को फील्ड में उतारा गया है. लेकिन उनके सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. जिससे संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है. वहीं विभाग पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं.
वन विभाग एक ऐसा विभाग है, जहां बिना लागत के करोड़ों रुपये कमाए जाते हैं. इसके बाद भी अधिकारियों को तेंदूपत्ता के संग्रहण में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था करने में लापरवाह नजर आ रहे हैं. जिससे न केवल कर्मचारियों की जान खतरे में है, बल्कि संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है. जिससे प्रशासन के सामने कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं.