सिवनी। नगर परिषद बरघाट सीएमओ कुमारी कामनी लिल्हारे को लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा. बरघाट निवासी जय टेमरे ने लोकायुक्त जबलपुर को शिकायत की थी कि भवन अनुज्ञा पत्र के लिए प्रत्येक अनुज्ञा के 2 हजार मांग की है. जिस पर शुक्रवार को 5 अनुज्ञा के 10 हजार रुपए जय टेमरे ने कामनी लिल्हारे को दिए. उसी समय लोकायुक्त ने रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ लिया. मामले मे नगर परिषद बरघाट में CMO कामिनी लिल्हारे के खिलाफ लोकायुक्त की टीम कार्रवाई कर रही है.
भवन अनुमति की अनुज्ञा के लिए मांगी थी रिश्वत: जानकारी के अनुसार कामिनी लिल्हारे के द्वारा भवन अनुमति की अनुज्ञा के लिए रिश्वत की मांग की गई थी. 5 अनुज्ञा के 10 हजार रू. कामिनी लिल्हारे ने मांगा था. जिसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई थी. शिकायत के बाद लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवरे के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और रिश्वत लेते हुए कामिनी लिल्हारे को रंगे हाथ पकड़ लिया.
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ऐसे हुई गिरफ्तारी: फरियादी जय टेमरे ने बताया कि पिता यहां 5 साल से कार्य कर रहे हैं लेकिन जब से सीएमओ यहां पदशस्थ हुईं तब से लगातार परेशान किया जा रहा था और पैसों की मांग की जा रही थी. कार्रवाई को लेकर लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवरे ने बताया कि फरियादी जय टेमरे के पिता रामेश्वर टेमरे नगर पालिका में प्रयावेट कंसल्टेंट है. जिनका यहां काम चलता है. सीएमओ कामिनी लिल्हारे ने 5 पेंडिग भवन अनुज्ञा के लिए प्रत्येक NOC के लिए 2 हजार रूपए की मांग की गई थी. जिसपर शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए 10 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है कार्रवाई चल रही है.