सिवनी। लखनादौन तहसील मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर आस्था के नाम पर अंधविश्वास का खेल खेला जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में सिवनी से लेकर लखनादौन में आस्था के नाम पर महुआ के पेड़ (Mahua tree) की पूजा-अर्चना के लिए भीड़ में अंधविश्वास का खेल देखा गया था और अब फिर आदेगांव से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर लोगों के बीच आस्था के नाम पर अंधविश्वास देखने को मिला है.
आदेगांव थाना अंतर्गत हिनोतिया टोला गांव से नजदीक एक किसान के खेत में नाग देवता (शेषनाग) के आकार में कुछ पौधे निकल आए हैं. जो हूबहू नागदेव के फन जैसे देखने में दिख रहे हैं. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोगों का आना जाना लगा हुआ है और आसपास के क्षेत्र के ग्रामीण बड़ी संख्या दर्शन करने पहुंच रहे हैं. खेत में पूजा अर्चना का दौर शुरू हो गया, आने जाने वाले हर ग्रामीण प्रसाद के साथ चढ़ोत्तरी चढना में लगे हैं.
यहां लोग नाग देवता के आकार में निकले कुछ पौधों को नाग देवता मानकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं और कोसों दूर से कुछ पैदल तो कुछ गाड़ियों से यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. जब उस किसान से पूछा कि नाग देवता कैसे प्रकट हुए तो उसने बताया कि भैस चराने के दौरान उनकी नजर इन पौधों पर पड़ी थी, जिसके बाद उन्होंने गांव में जाकर लोगों को इस बारे में बताया, जिसके बाद लोगों ने इन पौधों को देखा तो इन पौधों को नागदेव मानकर पूजा करना शुरू कर दिया. इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वहां मौजूद लोगों को समझाने की कोशिश की, हालांकि लोगों पर पुलिस की समझाइश का कोई असर नहीं हुआ और लोग लगातार पूजा-अर्चना कर रहे हैं.
नोट: ईटीवी भारत किसी भी प्रकार से अंधविश्वास को कभी भी बढ़ावा नहीं देता है.