सिवनी। जिला अस्पताल के बाहर जमीन पर लेटकर ऑक्सीजन ले रहे मरीज का वीडियो यहां के हालात बताने के लिए काफी है. यहां मरीजों के लिए किस तरह के इंतजाम हैं और उन्हें एक बेड भी इलाज के लिए नहीं मिल पा रहा है. सिवनी जिला चिकित्सालय में मरीजों के लिए बेड की कमी की बात उजागर हो गई है. मरीज ने खुद बताया कि वे एक दिन पहले से यहां इलाज के लिए आए थे और बेड की कमी के चलते 18 घंटे बीत जाने के बाद भी उनका नंबर नहीं लग पाया है.
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ओपीडी के बाहर उपचार
मरीज और उनके परिजन के मुताबिक कोविड टेस्ट हुआ और रिपोर्ट निगेटिव आई लेकिन, सांस लेने में हो रही परेशानी के चलते उपचार के नाम पर उन्हें मेडिकल स्टाफ ने खंबे से बांध दिया. उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर से ऑक्सीजन दी जा रही. जमीन पर उन्हें ओपीडी के बाहर ही उपचार कराने जमीन पर लेटने मजबूर होना पड़ रहा है.
सांसद ढाल सिंह बिसेन का टवीट
एक तरफ जहा रोज शासन, प्रशासन के द्वारा स्वास्थ्य होकर घर जा रहे मरीजों का आंकड़ा जारी किया जा रहा है. वहीं कोरोना या अन्य बीमारियों के चलते हो रही मौतों का कोई भी हिसाब नहीं दिया जा रहा. इस घटना पर सांसद ढाल सिंह बिसेन ने मरने वालों के लिए अंतिम संस्कार की लकड़ियों की व्यवस्थाओं पर ज्यादा चिंता जताई है और वे सिवनी सहित बालाघाट के सीसीएफ को लकड़ियां भरपूर मात्रा में श्मशान घाटों पर उपलब्ध कराने के निर्देश दे रहे हैं.