सीहोर। ग्रेसेस रिसॉर्ट में नौ घंटे चली कैबिनेट की बैठक में 'आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश' की अवधारणा पर फोकस कर सीएम के 9 सूत्रीय बिंदुओं पर अमल की रणनीति तैयार की गई. मंत्रियों ने खुलकर सीएम के सामने अपनी बात रखी. विशेष कार्ययोजना पर प्रेजेंटेशन भी दिया गया. हालांकि, इस मुलाकात को पूरी तरह गोपनीय रखा गया, लेकिन भोपाल से परे इस बैठक को लेकर राजनीति में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
9 अलग-अलग समितियां
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नौ घंटे की बैठक के बाद कहा कि अनौपचारिक कैबिनेट बैठक बहुत सफल और फलदायी रही हैं. सीएम साहब ने 'आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश' की संकल्पना के लिए प्रभावी रणनीति बनाई हैं. कुल 9 अलग-अलग समितियां बनाई गई हैं, जिनमें मंत्रियों को सदस्य बनाया गया हैं.
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बैठक में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बीच खुला संवाद हुआ. कोरोना की लंबी लड़ाई के बाद सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया. कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा की गई, जिसमें हर विषय पर विस्तार से चर्चा की गई.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार सतर्क है और तीसरी लहर के लिए तैयार है. एमपी में हर दिन 70 से 80 हजार टेस्ट होंगे. वहीं उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते रेवेन्यू में कमी आई हैं. इसे कैसे पटरी पर लाकर विकसित किया जाए, उसके लिए भी कमेटी बनाई गई हैं.
उन्होंने कहा कि जुलाई माह में मध्य प्रदेश में एक बड़ा अभियान सरकार चलाने जा रही हैं, जिसमें आदिवासी इलाकों में वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाने पर मुख्यमंत्री खुद वहां पहुंचकर प्रेरित करेंगे. इसमें सभी मंत्री और सांसद भी शामिल होंगे.
कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिनके माता-पिता दिवंगत हुए हैं और शासकीय सेवा प्रदान कर रहे थे, उनके बच्चों को उसी रैंक पर भर्ती दी जायेगी. जनप्रतिनिधि खुद अनुकंपा नियुक्ति का पत्र देने जाएंगे.