सीहोर। जिले के बुदनी में वार्ड 12 गुरुआ बाबा मंदिर रोड पर लॉकडाउन के दौरान जिले का पहला विवाह रचाया गया, जिसमें दूल्हे के साथ परिवार के पांच लोग मौजूद थे और इस दौरान न बाराती थे न ही कोई बैंड-बाजा.
बता दें की ये शादी वधू पक्ष ने अपने घर में करवाई, जहां पंडित जी ने मंत्र पढ़ें और चेहरे पर मास्क लगाए वर अर्जुन व वधु वसुंधरा ने एक-दूसरे को मालाएं पहनाई. इस अवसर पर वार्ड के पूर्व पार्षद रजनी आजाद ने वर वधु को आशीर्वाद दिया और साथ ही उपहार के रुप में मास्क व सेनिटाइजर दिया.
इस अवसर पर दुल्हन के पिता अशोक कहार ने बताया की बेटी वसुंधरा के विवाह की तारीख 6 मई पहले से ही तय थी और हम सब छह माह से शादी की तैयारी कर रहे थे, लकिन मार्च में लॉक डाउन लग गया. पहले ये सोचा की मई में लॉक डाउन खुल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और शादी की अगली तारीख नहीं निकल रही थी और लॉक डाउन में शादी कराने के अलावा कोई और दूसरा विकल्प नहीं था. जिसके बाद दोनों पक्षों ने प्रशासन से सशर्त अनुमति ली और घर के अंदर दोपहर साढ़े चार बजे फेरे कराए गए और शाम को वधू की विदाई की गई.