सीहोर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कृषि आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री ने कृषि कानूनों को बनाने से पहले किसी भी किसान संगठन से चर्चा की थी क्या ? दिग्विजय सिंह का कहना है कि हमने विधानसभा में जो प्रस्ताव रखा था, उसको प्रबंध समिति को सौंप दीजिए, ताकि किसान संगठनों से चर्चा करके आम सहमति का प्रारूप तैयार किया जा सकें.'
उन्होंने कहा, 'आज जो भी हालात बने हैं, इसका एक मात्र कारण मल्टीनेशनल कंपनियों को भारत की कृषि उत्पादन के मार्केट में प्रवेश दिलाना है. इसके लिए ही ये तीनों कानून बनाए गए हैं, जिसमें जमाखोरी और मुनाफाखोरी बढ़ जाएगी.' दिग्विजय सिंह ने कहा, 'आम आदमी आज परेशान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ना तो अर्थव्यवस्था से मलतब है और ना ही महंगाई से मतलब है. वहीं पेट्रोल-डीजल पर 4 गुना सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी इन पांच सालों में बढ़ा दी गई है. पड़ोसी देशों में पेट्रोल-डीजल सस्ता है, लेकिन हमारे यहां महंगा है. पूरे देश में रोजगार का अभाव है. प्रधानमंत्री मोदी एमएसपी का वादा करते हैं, लेकिन निभाते नहीं, तो कैसे विश्वास किया जाए.'