सीहोर। टिड्डी दल ने जिले के नसरुल्लागंज क्षेत्र में अपनी सक्रीयता दिखाना शुरू कर दिया है. टिड्डी दल के आने के वजह से प्रशासन अलर्ट हो गया है. टिड्डी दल ने नसरुल्लागंज तहसील और रेहटी के पास के ग्रामीण अंचलों में दस्तक दे दी है, जिसके बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर टिड्डी दल को भगाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन बड़ी संख्या में टिड्डियों का झुंड जंगल में फैल गया.
![collector visited locust affected areas](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-seh-01-tiddikolekarkalektardora-mpc10167_24052020084241_2405f_1590289961_100.jpg)
कुछ हासिल नहीं होने पर राजस्व और वन अमले ने ध्वनी यंत्रों का प्रयोग किया. साथ ही ग्रामीणों ने भी इसमें अमले का सहयोग किया. देर रात तक टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. हालांकि किसानों द्वारा अपने-अपने खेतों में कई स्थानों पर आग जलाकर, ढोलक, थाप, थाली और ताली बजाकर भगाने की कोशिश की गई, जिसमें सफलता मिली. वहीं मौके पर पहुंचे कलेक्टर अजय गुप्ता सहित नेता एवं पूर्व वन विकास निगम अध्यक्ष गुरूप्रसाद शर्मा ने राजस्व अमले के साथ ग्रामीण अंचलों का दौरा किया. इस दौरान किसानों के साथ चर्चा भी की. फसलों का मुआयना किया.
टिड्डी दल नसरुल्लागंज तहसील होते हुए रेहटी तहसील पहुंची. रेहटी के चकल्दी गांव, झोलियापुर गांव और बरदा गांव में अपनी सक्रीयता दर्ज की, जिससे किसानों की फसलों को खासा नुकसान होता, लेकिन समय रहते इस पर काबू पा लिया गया.