सीहोर। जिले में बुधनी और खातेगांव को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे की सीप नदी पर बना पुल जर्जर हो गया है. जो लंबे समय से हादसों को न्योता दे रहा है, लेकिन फिर भी कोई इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है. क्षतिग्रस होने के बाद मेंटेनेंस के नाम पर लीपापोती कर दी जाती, यही वजह है कि हर साल पुल में दरार पड़ जाती है.
बुदनी और खातेगांव को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे पर पांडागांव की सीप नदी पर बना जर्जर पुल इससे पहले भी कई बार क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिससे आवगमन प्रभावित होता है. डायवर्सन करने हेतु उन मार्गों का उपयोग करना पड़ता है, जो ग्रामीण क्षेत्रों से होकर गुजरते हैं, जिससे हमेशा हादसों का डर बना रहता है.
पुल क्रेक होने की सूचना मिलने के बाद एसडीएम दिनेश सिंह तोमर, तहसीलदार पीसी पांडे एवं एसडीओपी प्रकाश मिश्रा ने पुल का निरीक्षण किया और भारी वाहनों के निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जवानों की ड्यूटी भी लगा दी गई है.
एमपीआरडीसी को सूचना देने की बात कही है. हालांकि एमपीआरडीसी की टीम ने निरीक्षण कर लिया है, अब देखना होगा कि विभाग क्या कार्रवाई करता है. एमपीआरडीसी जैसे कई विभाग बारिश आने से पहले पुल, पुलियाओं को दुरुस्त करने के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए लगाते हैं. वहीं टोल टैक्स भी रोड की मरम्मत करने के नाम पर वाहनों से मोटी रकम वसूल करती है, लेकिन दोनों ही अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ कर सिर्फ आश्वासन देते हैं, यही वजह है कि हर साल इस पुलिस में दरार पड़ जाती है.