सीहोर। कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन में नर्मदा घाटों पर नाव का संचालन बंद किया गया है. इसके बावजूद भी आवली घाट ओर जहाजपुरा सहित अन्य नर्मदा घाटों पर नाव संचालक बिना किसी अनुमति के लोगों को उतार रहे हैं. जिससे संक्रमण के फैलने का खतरा बना हुआ है. मामले की शिकायत कई बार प्रशासन से की गई है. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिससे प्रशासन पर नाव ठेकेदारों को संरक्षण देने का आरोप लग रहा है.
प्रदेशभर में कोरोना पॉजिटिव लगातार सामने आ रहे हैं. सीहोर जिले में भी इनकी संख्या बढ़ रही है. वहीं नदी की सीमा को छूता होशंगाबाद जिला भी कोरोना से प्रभावित है. इसके बावजूद भी नर्मदा घाटों पर नावों का संचालन बैखोफ किया जा रहा है. जिसमें से होशंगाबाद, हरदा से आने वाले लोगों को नर्मदा नदी के जरिए जिले में प्रवेश कराया जा रहा है.
इस दौरान बिना मानक के सवारियों के साथ बड़े वाहन भी उतारे जा रहे हैं. जिसमें हार्वेस्टर और ट्रक भी शामिल हैं. वहीं नाव पर लाइफ सपोर्ट जैकेट सहित आपात स्थिति के लिए भी कोई इंतजाम नही हैं. जिससे कभी भी बड़ी घटना हो सकती है
वहीं जनपद पंचायत की सीईओ का कहना है कि उन्हें आवली घाट पर नाव संचालन की शिकायत मिली थी. जिसके बाद पंचायत को नोटिस जारी कर तत्काल नाव से सवारी का परिवहन बंद करने को कहा गया है. अगर फिर भी नाव ठेकेदार द्वारा नाव का संचालन किया जा रहा है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.