सतना। सतना जिला इस समय भीषण जलसंकट से जूझ रहा है. जिले के लगभग हर हिस्से में पानी की विकराल समस्या चल रही है. जिले में बढ़ती आबादी सीमेंट फैक्ट्रियां कारखाने की वजह से लगातार हर बार यहां पानी की समस्या बन जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की समस्या खत्म किए जाने के लिए शासकीय स्तर पर कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं, जबकि पिछले साल बारिश का काम होना भी जल संकट की बड़ी वजह माना जा रहा है.
सतना जिले में 2011 की जनगणना के अनुसार 22 लाख, 28 हजार, 935 लोगों की आबादी है. यहां की 78.72% आबादी ग्रामीण क्षेत्र और 21.28% आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है. लेकिन गर्मियों में जिले भर में जल संकट 3 मीटर नीचे जा चुका है. जिससे लोगों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ता है. स्थानीय ग्रामीण लोगों का कहना है कि लगभग सभी गांवों में पानी की इतनी कमी आ गई है उन्हें पानी के लिए हर दिन जद्दोजहद करनी पड़ रही है.
सतना जिले के भू-जल सर्वेक्षण विभाग एसडीओ का कहना है कि जिले में जलस्तर लगातार नीचे गिर रहा है. जबकि जिले में बारिश लगातार हर साल कम हो रही है. जिससे पानी लगातार नीचे जा रहा है. जबकि भूजल का लगातार दोहन हो रहा है. जिससे जिले में पानी की कमी लगातार बढ़ रही है.
सतना जिले के जानकर अशोक शुक्ला कहते हैं यह क्षेत्र पन्ना का पठार है. जिससे यहां पानी की कमी रहती है. उन्होंने कहा कि जिले का औद्योगिकीकरण होने के चलते जिले में लगातार पानी का दोहन हो रहा है. जबकि इसके सरंक्षण के प्रयास किए नहीं गए हैं यही वजह है कि आज जिला पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहा है.