सतना। सतना मेडिकल कॉलेज का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अप्रैल 2023 उद्घाटन किया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 38 डॉक्टर्स को नियुक्त पत्र सौंपे थे. लेकिन अभी तक इन डॉक्टर्स को 6 महीने से वेतन तक नहीं मिला है. इस कॉलेज की शुरुआत होने से पहले ही मान्यता खतरे में आ चुकी है. यह मेडिकल कॉलेज करीब ढाई सौ करोड़ की लागत से बनाया गया. मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द करने की नोटिस से हड़कंप मच गया है.
बेसिक सुविधाएं भी नहीं : सतना मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टरों को 6 महीने से वेतन नहीं मिला, जिससे वे परेशान हैं. इस मामले को लेकर डॉक्टर ने अपना विरोध प्रदर्शन भी किया है. इस मेडिकल कॉलेज में 85 चिकित्सक शिक्षक की पोस्ट हैं, लेकिन 38 सेवा दे रहे हैं. 50 शिक्षक आज तक पदस्थ नहीं हुए हैं. कॉलेज में 150 छात्र प्रथम वर्ष की पढ़ाई शुरू कर चुके हैं. ऐसे में छात्रों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है. कॉलेज में बेसिक सुविधाओं का अभाव है. न ही पर्याप्त स्टाफ है. पूरे मेडिकल कॉलेज में करीब 1400 पोस्ट है, जिसमें करीब 400 स्टाफ पदस्थ है.
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डेढ़ सौ स्टूडेंट्स का भविष्य खतरे में : सतना मेडिकल कॉलेज मे एक तिहाई से भी कम स्टाफ है. NMC ने मेडिकल कॉलेज को यह कहते हुए मान्यता खत्म करने का नोटिस थमा दिया है कि आपके यहां डॉक्टर्स की अटेंडेंस नहीं है. इसलिए क्यों न आपकी मान्यता की कार्रवाई रोक दी जाए. ऐसे में अगर मान्यता खत्म हुई तो 150 छात्रों का भविष्य खतरे में आ जायेगा. खुद मेडिकल कॉलेज के डीन कमियों औऱ नोटिस मिलने की बात स्वीकार रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि नए कॉलेजों में समस्याएं रहती हैं. नोटिस का जवाब दे दिया गया है.