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लोकसभा चुनाव 2019: सांसद गणेश सिंह से क्यों नाराज हैं सतना की बेटियां

सतना जिले की छात्राएं स्थानीय सांसद गणेश सिंह से नाराज नजर आती है. उनका कहना है कि सतना में स्थानीय स्तर पर उतना विकास नहीं हुआ है जितना की उम्मीद की जा रही थी. इसलिए इस बार का सांसद ऐसा होना चाहिए जो लोगों की समस्यायों पर काम करे.

सतना कन्या महाविद्यालय की छात्राएं
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Published : Apr 23, 2019, 6:10 PM IST

सतना। मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही है. सतना जिले की छात्राओं का कहना है कि सतना में स्थानीय स्तर पर उतना विकास नहीं हुआ है, जितना की उम्मीद थी.

सतना गर्ल्स डिग्री कॉलेज की छात्राएं स्थानीय सांसद गणेश सिंह के कामों से नाखुश नजर आती हैं. छात्राएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ भी करती हैं. छात्राओं का कहना है कि जिले के इकलौते शासकीय कन्या महाविद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव नजर आता है. तीन बार से सांसद गणेश सिंह ने ऐसा कोई भी विकास का काम नहीं किया, जिससे छात्राएं खुश हों.

सतना कन्या महाविद्यालय की छात्राओं की राय

छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में पर्याप्त साफ-सफाई, कानून व्यवस्था जैसी सुविधाओं की कमी है. एडमिशन के वक्त कॉलेज में लंबी-लंबी लाइन लगी रहती है. जिले में एक ही कॉलेज होने की वजह से कई छात्राओं को एडमिशन भी नहीं मिल पाता. इसके लिए वह कई बार ज्ञापन भी दे चुकी हैं, लेकिन अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

ग्रामीण अंचल से आने वाली छात्राओं का कहना है कि कॉलेज आने जाने के लिये यातायात की पर्याप्त सुविधाएं न होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिले में रोजगार के पर्याप्त साधन न होने पर भी छात्राएं सांसद और जनप्रतिनिधियों से नाराज नजर आती है.

सतना। मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही है. सतना जिले की छात्राओं का कहना है कि सतना में स्थानीय स्तर पर उतना विकास नहीं हुआ है, जितना की उम्मीद थी.

सतना गर्ल्स डिग्री कॉलेज की छात्राएं स्थानीय सांसद गणेश सिंह के कामों से नाखुश नजर आती हैं. छात्राएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ भी करती हैं. छात्राओं का कहना है कि जिले के इकलौते शासकीय कन्या महाविद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव नजर आता है. तीन बार से सांसद गणेश सिंह ने ऐसा कोई भी विकास का काम नहीं किया, जिससे छात्राएं खुश हों.

सतना कन्या महाविद्यालय की छात्राओं की राय

छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में पर्याप्त साफ-सफाई, कानून व्यवस्था जैसी सुविधाओं की कमी है. एडमिशन के वक्त कॉलेज में लंबी-लंबी लाइन लगी रहती है. जिले में एक ही कॉलेज होने की वजह से कई छात्राओं को एडमिशन भी नहीं मिल पाता. इसके लिए वह कई बार ज्ञापन भी दे चुकी हैं, लेकिन अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

ग्रामीण अंचल से आने वाली छात्राओं का कहना है कि कॉलेज आने जाने के लिये यातायात की पर्याप्त सुविधाएं न होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिले में रोजगार के पर्याप्त साधन न होने पर भी छात्राएं सांसद और जनप्रतिनिधियों से नाराज नजर आती है.

Intro:एंकर इंट्रो ---
पूरे मध्यप्रदेश मे लोकसभा चुनाव की शुरुआत हो चुकी है,, वहीं सतना जिले में भी लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां बढ़ चुकी हैं,, सभी अपने अपने मुद्दे को चुनाव मे लाकर खड़ा कर रहे हैं,, इसी के चलते सतना जिले के इकलौते गर्ल्स कॉलेज की हम बात कर रहे हैं जहां आज भी शिक्षा की बुनियादी सुविधाओं से वंचित यह कॉलेज की हकीकत यहां की छात्राएं अपने जुबां से बयां कर रही हैं,, छात्राओं की मानें तो सांसद के विकास से नाखुश हैं,, तो वही मोदी फैक्टर के चलते बीजेपी का सपोर्ट बता रही है ।


Body:Vo 1---
सतना जिले के इकलौते शासकीय कन्या महाविद्यालय मैं शिक्षा की बुनियादी सुविधाओं की हम बात करें तो यहां छात्राओं के लिए सुविधाओं का आभाव है यही वजह है कि इस बार लोकसभा चुनाव में इसका प्रभाव बीजेपी को झेलना पड़ सकता है,, लगातार तीन बार से सांसद गणेश सिंह द्वारा छात्राओं के लिए यहां ऐसी कोई भी सुविधा अलग से नहीं दी गई जिससे की छात्राएं पढ़ लिख कर अपने उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ सकें,, कॉलेज की सुविधा किया था जब बात करें तो छात्राओं ने बताया की यहां लाइब्रेरी में बुक की समस्या,शौचालय की समस्या, कानून-व्यवस्था की समस्या तो बनी ही रहती हैं साथ ही जब कॉलेज में ऐडमिशन का समय आता है,, तब यहां बड़ी लंबी लाइनें लगानी पड़ती है जिले का इकलौता कॉलेज होने की वजह से सीट की भी कमी हो जाती है जिससे जिलेभर की गरीब परिवार की बच्चियां शिक्षा से वंचित हो जाती हैं क्योंकि उनके पास प्राइवेट कॉलेज में पढ़ने के लिए इतना ध्यान नहीं होता कि वह प्राइवेट कॉलेज में पढ़ सकें,, इसके लिए कॉलेज के प्रेसिडेंट में कई ज्ञापन भी दे चुकी है लेकिन वह ज्ञापन सिर्फ कागजों पर ही रह जाता है,, इतना ही नहीं छात्राओं ने कॉलेज के साथ सांसद का विकास अपने गांव के बारे में बताया कि गांव में पानी की सबसे विकट समस्या है लेकिन जब चुनाव आता है तभी सांसद जी को याद आता है कि गांव में पानी की कमी है,, और यातायात की बात करें तो शहर की यातायात व्यवस्था चौपट है इसके साथ ही गांव देहात से आने वाली छात्राओं को कई किलोमीटर पैदल चलकर आना पड़ता है,, लेकिन कॉलेज में यातायात जैसी बस की सुविधा छात्राएं वंचित है,, रोजगार की बात करें तो छात्राओं ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा कितने रोजगार के अवसर निकलते हैं लेकिन फॉर्म डालो और उसके बाद भी रोजगार मिलेगा या नहीं यह भी संभव नहीं है,, कुछ छात्राओं ने तो बताया कि हम किसे वोट करें बीजेपी हो या कांग्रेस सब अपने मतलब के लिए चुनावी राजनीति करते हैं ।
बहरहाल अब लोकसभा चुनाव में इसका खासा असर देखने को मिल सकता है दोनों ही पार्टियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है,, क्योंकि 15 साल से बीजेपी के सांसद रहे गणेश सिंह ने गर्ल्स सुरक्षा के लिए ऐसी कोई भी सुविधा मुहैया नहीं कराया जिससे कि गर्ल्स सुरक्षित रह सके ।


Conclusion:Byte --
रितिका सिंह -- छात्रा

Byte --
रचना पांडेय -- छात्रा

Byte --
तृप्ति पाठक -- छात्रा

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सुप्रिया सिंह -- छात्रा

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पूनम द्विवेदी -- छात्रा

Byte --
प्रियंशा उर्मलिया -- पूर्व प्रसिडेंट शासकीय कन्या महाविद्यालय सतना ।
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