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महिला बाल विकास की अनोखी पहल, छात्राओं को दी जा रही नि:शुल्क कोचिंग - satna

महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक अनोखी पहल करते हुए शासकीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं छात्राओं को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई है.

Free coaching facility is being provided to girl students
छात्राओं के लिए चलाया जा रहा निशुल्क कोचिंग सेंटर
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Published : Jan 24, 2020, 3:21 PM IST

Updated : Jan 24, 2020, 4:41 PM IST

सतना। जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक अनोखी पहल की है, जिसके तहत शासकीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं छात्राओं को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है.

छात्राओं के लिए चलाया जा रहा निशुल्क कोचिंग सेंटर

इसके लिए पुलिस कॉलोनी स्थित होमगार्ड कार्यालय के सामने महिला एवं बाल विकास केंद्र में एक कोचिंग संस्थान चलाया जा रहा है. जिसमें हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल से पास होने के बाद छात्राओं को शासकीय सेवाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाती है. वर्तमान में इस कोचिंग सेंटर में 80 छात्राएं अध्यनरत हैं, जो कि जिले भर के दूरदराज इलाकों से आकर यहां शिक्षा प्राप्त करतीं हैं.

छात्राओं के लिए चलाया जा रहा निशुल्क कोचिंग सेंटर

जिले में इस कोचिंग सेंटर की शुरुआत अक्टूबर 2017 से की गई थी. वर्तमान में यह सातवां बैच संचालित है. जिसमें वर्तमान में 80 छात्राएं अध्ययनरत हैं. 3 महीने का पूरा कोर्स होता है. इसमें 3 घंटे की छात्राओं की क्लास लगती है. इससे पहले छात्राओं को फिजिकल ट्रेनिंग दी जाती है, इसके अलावा 2 घंटे की क्लास में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर शिक्षा दी जाती है.

सतना। जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक अनोखी पहल की है, जिसके तहत शासकीय परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं छात्राओं को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है.

छात्राओं के लिए चलाया जा रहा निशुल्क कोचिंग सेंटर

इसके लिए पुलिस कॉलोनी स्थित होमगार्ड कार्यालय के सामने महिला एवं बाल विकास केंद्र में एक कोचिंग संस्थान चलाया जा रहा है. जिसमें हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल से पास होने के बाद छात्राओं को शासकीय सेवाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाती है. वर्तमान में इस कोचिंग सेंटर में 80 छात्राएं अध्यनरत हैं, जो कि जिले भर के दूरदराज इलाकों से आकर यहां शिक्षा प्राप्त करतीं हैं.

छात्राओं के लिए चलाया जा रहा निशुल्क कोचिंग सेंटर

जिले में इस कोचिंग सेंटर की शुरुआत अक्टूबर 2017 से की गई थी. वर्तमान में यह सातवां बैच संचालित है. जिसमें वर्तमान में 80 छात्राएं अध्ययनरत हैं. 3 महीने का पूरा कोर्स होता है. इसमें 3 घंटे की छात्राओं की क्लास लगती है. इससे पहले छात्राओं को फिजिकल ट्रेनिंग दी जाती है, इसके अलावा 2 घंटे की क्लास में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर शिक्षा दी जाती है.

Intro:नोट -- असाइनमेंट स्टोरी ।

एंकर --
सतना जिले में शिक्षा की अनोखी पहल महिला बाल विकास द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत छात्राओं को निशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई. इस कोचिंग में छात्राओं को शासकीय सेवाओं की तैयारियां कराई जाती हैं.वर्तमान में इस कोचिंग सेंटर में 80 छात्राएं अध्यनरत है.जो कि जिले भर के दूरदराज इलाके से आकर यहां शिक्षा प्राप्त करती हैं ।


Body:Vo --
शिक्षा के स्तर को बढ़ावा के लिए सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई जाती हैं. सतना जिले में भी मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना जो कि महिला बाल विकास के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत संचालित हो रही है. इस योजना के अंतर्गत सतना जिले के पुलिस कॉलोनी स्थित होमगार्ड कार्यालय के सामने महिला बाल विकास केंद्र में एक कोचिंग संस्थान चलाया जा रहा है जिसमें हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल से पास होने के बाद छात्राओं को शासकीय सेवाओं की तैयारी को लेकर शिक्षा प्रदान की जाती है. सतना जिले में शिक्षा की अनोखी पहल महिला बाल विकास द्वारा की जा रही है. जिसमें जिले भर से दूर दराज से छात्राएं आकर यहां नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त करती है. साथ ही इस कोचिंग सेंटर में छात्राओं को आप मिलने पर रहने की भी ट्रेनिंग दी जाती है. सतना जिले में इस कोचिंग सेंटर की शुरुआत अक्टूबर 2017 से की गई थी. वर्तमान में यह सातवां बैच संचालित है. जिसमें वर्तमान में 80 छात्राएं अध्ययनरत है. यह 3 महीने का पूरा कोर्स होता है. इसमें 3 घंटे की छात्राओं की क्लास लगती है.जिसमें पहले घंटे में फिजिकल ट्रेनिंग देते हैं, इसके अलावा 2 घंटे की क्लास में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर शिक्षा दी जाती है. कोचिंग संस्था का महत्वपूर्ण देश महिला सशक्तिकरण की ओर ये महत्वपूर्ण कदम है. वर्तमान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत यह संचालित है. इसमें छात्रों ने भी बताया कि हम गरीब घर से हैं और दूधरा से आते हैं या कोचिंग संस्था हम लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसके जरिए हम आगे चलकर कुछ कर सकते हैं और बेटियां किसी से पीछे नहीं है बेटियां हर वह काम कर सकती हैं जो लड़के कर सकते हैं इसलिए बेटियों के अंदर किसी भी कार्य को करने के लिए जुनून होना चाहिए ताकि वह हर कार्य कर सकें ।


Conclusion:वाक थ्रू --
प्रदीप कश्यप ETV भारत संवाददाता जिला सतना ।
Last Updated : Jan 24, 2020, 4:41 PM IST
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