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दबंगों ने दलित महिला को जिंदा जलाया, अस्पताल में हुई मौत - mp news

जमीनी विवाद को लेकर गांव के दबंगों ने एक दलित महिला को जिंदा जला दिया, महिला की मौत सतना जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई.

घटना स्थल की तस्वीर
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Published : Jul 23, 2019, 5:25 PM IST

Updated : Jul 23, 2019, 5:55 PM IST

सतना। गांव के दबंगों द्वारा एक दलित महिला जिंदा को आग के हवाले कर देने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने महिला को पहले तो जमकर पीटा फिर केरोसिन डालकर उसे जिंदा जला दिया. किसी तरह महिला के परिजनों ने आग बुझाकर उसे नागौर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. इतनी बड़ी घटना के बावजूद तकरीबन 18 घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची.

जिला अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.


भले ही बड़ी वारदात के बाद भी पुलिस मौके पर 18 घंटे तक नहीं पहुंची लेकिन नागौद एसडीओपी से मामले में बात करने की कोशिश की गई तो वो कुछ बोलने की बजाय नजरें बचाकर वहां से नकल गए. मामले की गंभीरता से लेते हुए सतना एसपी मौके पर पहुंचे और जांच कर कार्रवाई करने की बात कही.


मामला सतना जिले के नागौद तहसील में आने वाले गिंजारा गांव का है, बताया जा रहा है कि दबंगों ने महिला को जमीनी विवाद के चलते केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया, जिसके बाद महिला को आनन-फानन में गांव के ग्रामीणों द्वारा नागौर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.

मीडिया से बचती रही पुलिस
जानकारी के मुताबिक गांव के दबंग और महिला के बीच में खेत की बाड़ी लगाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है. जिला अस्पाताल में जब महिला ने अपना दम तोड़ा तब तहसीलदार मौके पर मौजूद थे, लेकिन महिला का बयान नहीं ले पाए. वहीं पुलिस का कोई वरिष्ठ अधिकारी भी जिला अस्पताल नहीं पहुंचा. मौके पर पहुंचे एसडीओपी रवि शंकर पांडे से जानकारी मांगी गई तो वे कैमरा देख भाग खड़े हुए और जानकारी देने से बचते हुए नजर आए.

क्या कह रहे हैं एसपी
मामला बढ़ते देख जब पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल मौके पर पहुंचे. इस बारे में उनका कहना है कि मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, वहीं समय पर पुलिस और किसी सरकारी मदद के न पहुंचने को लेकर एसपी ने कहा कि इतनी बड़ी घटना की जानकारी समय पर वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी गई, जिसके बारे में एसडीओपी नागौद से जांच रिपोर्ट मांगी गई है. एसपी इकबाल ने कहा है कि घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

परिजनों ने किया हंगामा
दलित महिला को जिंदा जलाने के मामले में सियासत भी शुरु हो गई है. मृतिका के परिजनों के साथ बहुजन समाज पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक पोस्पीटमार्टम नहीं कराया जाएगा. इसको लेकर जिला अस्पताल में दलित समाज और बहुजन समाज पार्टी द्वारा हंगामा भी किया गया.

सतना। गांव के दबंगों द्वारा एक दलित महिला जिंदा को आग के हवाले कर देने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने महिला को पहले तो जमकर पीटा फिर केरोसिन डालकर उसे जिंदा जला दिया. किसी तरह महिला के परिजनों ने आग बुझाकर उसे नागौर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. इतनी बड़ी घटना के बावजूद तकरीबन 18 घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची.

जिला अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.


भले ही बड़ी वारदात के बाद भी पुलिस मौके पर 18 घंटे तक नहीं पहुंची लेकिन नागौद एसडीओपी से मामले में बात करने की कोशिश की गई तो वो कुछ बोलने की बजाय नजरें बचाकर वहां से नकल गए. मामले की गंभीरता से लेते हुए सतना एसपी मौके पर पहुंचे और जांच कर कार्रवाई करने की बात कही.


मामला सतना जिले के नागौद तहसील में आने वाले गिंजारा गांव का है, बताया जा रहा है कि दबंगों ने महिला को जमीनी विवाद के चलते केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया, जिसके बाद महिला को आनन-फानन में गांव के ग्रामीणों द्वारा नागौर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.

मीडिया से बचती रही पुलिस
जानकारी के मुताबिक गांव के दबंग और महिला के बीच में खेत की बाड़ी लगाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है. जिला अस्पाताल में जब महिला ने अपना दम तोड़ा तब तहसीलदार मौके पर मौजूद थे, लेकिन महिला का बयान नहीं ले पाए. वहीं पुलिस का कोई वरिष्ठ अधिकारी भी जिला अस्पताल नहीं पहुंचा. मौके पर पहुंचे एसडीओपी रवि शंकर पांडे से जानकारी मांगी गई तो वे कैमरा देख भाग खड़े हुए और जानकारी देने से बचते हुए नजर आए.

क्या कह रहे हैं एसपी
मामला बढ़ते देख जब पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल मौके पर पहुंचे. इस बारे में उनका कहना है कि मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, वहीं समय पर पुलिस और किसी सरकारी मदद के न पहुंचने को लेकर एसपी ने कहा कि इतनी बड़ी घटना की जानकारी समय पर वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी गई, जिसके बारे में एसडीओपी नागौद से जांच रिपोर्ट मांगी गई है. एसपी इकबाल ने कहा है कि घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

परिजनों ने किया हंगामा
दलित महिला को जिंदा जलाने के मामले में सियासत भी शुरु हो गई है. मृतिका के परिजनों के साथ बहुजन समाज पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक पोस्पीटमार्टम नहीं कराया जाएगा. इसको लेकर जिला अस्पताल में दलित समाज और बहुजन समाज पार्टी द्वारा हंगामा भी किया गया.

Intro:एंकर इंट्रो --
सपना में दबंगों का कहर एक बार फिर गरीब दलित महिला पर टूटा । गांव के दबंगों ने एक दलित महिला को पहले तो जमकर पीटा फिर केरोसिन डालकर उसे जिंदा जला दिया । रखना से गांव में हड़कंप जिला महिला के परिजन मौके पर पहुंचे किसी तरह आग बुझाई । तथा दलित महिला राधा अहिरवार बुरी तरह जल चुकी थी। इस घटना में सबसे बड़ी आती है कि 18 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंचे उसके बाद पुलिस से जब इस बारे में जानकारी मांगी गई तो नागौद एसडीओपी मीडिया को देख भाग से हुए नजर आए जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया । जिसके बाद मौके पर पहुंचे सतना पुलिस अधीक्षक उन्हें पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं ।


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मामला सतना जिले के नागौद तहसील के गिंजारा गांव का है । जहां बीते दिन देर शाम गांव के दबंगों एक महिला को जमीनी विवाद के चलते केरोसिन डालकर जिंदा जलाया गया । महिला का नाम राधा अहिरवार था । जिसके बाद महिला को आनन-फानन में गांव के ग्रामीणों द्वारा आनन-फानन में नागौर अस्पताल ले जाया गया जहां से सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया सतना जिला अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई । दरअसल गांव के दबंग राधा के खेत की बाड़ बुखार रहते हैं राधा खेत पहुंचकर दबंगों का विरोध करने लगी इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी और मारपीट शुरू हो गई उसके बाद उसे केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया गया है। राधा ने अपनी आखिरी सांसें सतना जिला अस्पताल मे ली । जब महिला ने अपना काम थोड़ा तो तहसीलदार मौके पर मौजूद थे लेकिन जीते जी महिला का बयान तहसीलदार नहीं ले पाए । इतनी बड़ी घटना के बाद पुलिस अफसर के वरिष्ठ अधिकारी कोई भी जिला अस्पताल नहीं पहुंचा । सुबह जब महिला के गांव 18 घंटे बाद पुलिस पहुंची तो पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया, मीडिया द्वारा एसडीओपी रवी शंकर पांडे से जानकारी मांगी गई तो कैमरा देख भाग खड़े हुए और जानकारी देने से बचते हुए नजर आए ।
रत्ना में दलित महिला को जिंदा जलाने का मामला तूल पकड़ चुका है माता का दरबार के परिजन बहुजन समाज पार्टी के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं मृतिका का पोस्टमार्टम नहीं करा रहे हैं । उनकी मांग है कि जब तक काट लिया को खिलाफ नामजद एफआईआर गिरफ्तार नहीं होगी तब तक पीएम और सो नहीं उठाया जाएगा । इसको लेकर जिला अस्पताल में दलित समाज और बहुजन समाज पार्टी द्वारा हंगामा भी किया गया । मीडिया के पहल के बाद घटनास्थल पर सतना पुलिस अधीक्षक पहुंचे जहां पुलिस अधीक्षक ने बताया की घटना का मामला कायम कर लिया गया है लेकिन अभी f.i.r. और गिरफ्तारी जांच के बाद की जाएगी । वहीं सतना पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इतनी बड़ी घटना की जानकारी समय पर वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी गई जिसके खिलाफ एसडीओपी नागौद से जांच रिपोर्ट मांगी गई है और इस घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही ।

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राजन अहिरवार --- ग्रामीण ।
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वंदना -- मृतिका की बेटी ।
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रियाज इकबाल -- पुलिस अधीक्षक सतना ।
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संस्कृति शर्मा -- सिटी मजिस्ट्रेट सतना ।




Conclusion:एक तरफ पीड़ित परिवार एफ आई आर ओ गिरफ्तारी के बाद पीएम उठाने की बात करें वहीं पुलिस जांच बाद कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं मामला सियासी हस्तक्षेप से हालात संवेदनशील होते जा रहे हैं ।
Last Updated : Jul 23, 2019, 5:55 PM IST
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