सतना। कोटी कस्बे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल हो गया है. कोरोना काल में जहां अस्पतालों में कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन को लेकर लगातार जोर दिया जा रहा है. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ सफाई कर्मियों को कोरोना काल में सुरक्षा के उपकरण ना मिलने से संविदा सफाई कर्मियों ने सफाई न करने का ऐलान किया है, विगत 3 दिनों से सफाई कर्मियों ने अस्पताल में सफाई बंद कर दी है.
बढ़ती गंदगी से डॉक्टर और मरीजों को हो रही परेशानी
यहां गंदगी के चलते डॉक्टर एवं मरीज को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जगह-जगह पर पीपीई किट पड़ी हुई है, सफाई कर्मियों को करोना संक्रमण का भय सता रहा है. सफाई कर्मचारियों को कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया है. इस आपदा काल मे सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा का दर्जा दिया गया है, वहीं कोरोना योद्धाओं में संक्रमण के फैलने का भय बना हुआ है.
सुरक्षा उपकरण नहीं मिलने से नाराज सफाईकर्मी
डॉक्टरों की माने तो इस लापरवाही से अन्य लोगों पर संक्रमण फैलने का खतरा है, तो सफाई कर्मियों की दलील है कि जब उन्हें कोई सुरक्षा उपकरण नहीं मिल रहा तो सफाई कैसे करे, उन्हें कुछ हो गया तो उनका परिवार को कौन संभालेगा.