सागर(sagar)। जेल की सुरक्षा को लेकर अक्सर कहा जाता है कि वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता. सागर केंद्रीय जेल (Sagar Central Jail)के हाल ये है कि यहां की मुख्य दीवार का हिस्सा भ्रष्टाचार की नजीर बन चुकी है. दीवार क्रेक होने से शनिवार को दीवार का 20 से 25 फीट का हिस्सा भरभराकर कर गिर गया. दीवार ढहने से केंद्रीय जेल की सुरक्षा व्यवस्था खतरे में पड़ गई है. जहां दीवार गिरी है,वहां पर एसएएफ की एक कंपनी तैनात की गई है.जेल प्रशासन से दीवार की मरम्मत के लिए जेल मुख्यालय को बजट का इंतजार है.
- दीवार ढहने से कैदियों के भागने का डर
सागर केंद्रीय जेल की मुख्य और बाहरी दीवार चर्चा का विषय बनी रहती है. कभी दीवार में दरारें पड़ जाती है,तो कभी दीवार भरभराकर गिर जाती है. शनिवार को करीब 20 से 25 फीट की दीवार अपने आप भरभराकर गिर गई. जेल की मुख्य दीवार का बड़ा हिस्सा गिर जाने से जेल में बंद कैदी भाग भी सकते हैं. हालांकि जेल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था में एसएएफ बटालियन को तैनात किया है. करीब 15 साल पहले जेल की मुख्य दीवार में दरार आ गई थी.
- दरार के कारण 2018 में भी हो चुका है हादसा
दीवार करीब 25 साल पुरानी बताई जा रही है. 2018 में भी दीवार इसी तरह से गिर गई थी.शनिवार को फिर दीवार ढह गई. बैरक खुली होने के कारण कैदियों के भागने का डर बना रहता है. दीवार ढहने के बाद कैदियों को दूसरी बैरक में शिफ्ट किया गया.
- मुख्यालय से बजट का है इंतजार
जेल अधीक्षक संतोष सोलंकी का कहना है कि पहले ही मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के सामने दीवार की स्थिति को लेकर आशंका जताई थी कि दीवार कभी भी गिर सकती है. दीवार करीब 20 से 25 साल पुरानी है. 2018 में क्रेक होने से दीवार गिरी थी. एहतियात के तौर पर बजट जारी हुआ और निर्माण भी हुआ. लेकिन निर्माण में भ्रष्टाचार होने के कारण दीवार गिर गई. मुख्यालय में चर्चा के बाद दीवार की मरम्मत के लिए 80 लाख का बजट मांगा गया है.जेल के पीछे की 100 मीटर की दीवार को लेकर भी एक करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है.