सागर। एक तरफ मौसमी बुखार के रूप में वायरल बुखार कहर मचा रहा है और दूसरी तरफ सरकार ने छठवीं तक के स्कूल खोल दिए हैं. सागर संभाग के एकमात्र मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) की ओपीडी में हर दिन 1000 मरीजों में से करीब 100 मरीज वायरल बुखार से पीड़ित है. वहीं कोरोना का कहर भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। मेडिकल कालेज में चल रही फ्लू ओपीडी में रोजाना 40 से 50 कोरोना संदिग्ध मरीज ट्रेस किए जा रहे हैं. जिन्हें लक्षणों के आधार पर आईसोलेट किया जा रहा है.
560 बेड का कोविड वार्ड संचालित
तीसरी लहर की आशंका के चलते सागर के मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) में 560 बेड का कोविड वार्ड संचालित है. वही बच्चों के संक्रमण की संभावना को देखते हुए 30 बेड का आईसीयू भी तैयार किया गया है. बुंदेलखंड इलाके में जुलाई मध्य में लगातार बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो करीब 11 अगस्त तक चलता रहा. करीब 4 हफ्ते लगातार हुई बारिश बंद होने के बाद मौसमी बीमारियों ने तेजी से पैर पसारे हैं. मौसमी बीमारी के रूप में वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है.
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बढ़ रहे वायरल के मरीज
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) में ही रोजाना 100 से ज्यादा मरीज वायरल बुखार से पीड़ित आ रहे हैं. हालांकि इस मौसम में हर साल वायरल बुखार का कहर देखा जाता है. लेकिन सिर्फ मेडिकल कॉलेज में ही रोजाना 100 से ज्यादा मरीज पहुंचना दर्शाता है कि वायरल बुखार काफी व्यापक पैमाने पर फैला हुआ है.
कोरोना के 3 नए मरीज मिले
मंगलवार को सागर में कोरोना के तीन नए मामले सामने आए हैं. सागर में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ रही है. कोरोना लक्षणों के आधार पर रोजाना 40-50 कोरोना संदिग्ध मरीज सामने आ रहे हैं. मरीजों को लक्षणों के आधार पर आइसोलेट या एडमिट किया जा रहा है.
स्कूलों के खुलने से बड़ी चिंता
इस दौरान 1 सितंबर से छठवीं से 50 फ़ीसदी छात्र संख्या के आधार पर स्कूल खोले जा रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है कि स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का पालन हो, ये सुनिश्चित करना काफी जरूरी होगा. विशेष तौर पर स्कूल में सावधानी बरतना होगा. बीएमसी प्रबंधन का कहना है कि तीसरी लहर को लेकर पहले से ही तैयारियां की जा रही हैं. शासन और प्रशासन के अलावा बीएमसी प्रबंधन हर तरह की व्यवस्था कर रहा है.
क्या है बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में सुरक्षा के इंतजाम?
- चाइल्ड आईसीयू में 30 बेड की तैयारी (10 एसएनसीयू + 20पीआईसीयू)
- कोविड मरीजों को 60 बेड आरक्षित, एक और वार्ड को किया जा रहा है तैयार (क्षमता 560 कोविड बेड की)
- फ्लू ओपीडी अभी भी कार्यरत
- वायरोलॉजी लैब में पूरी क्षमता के साथ टेस्टिंग